शहर में सोमवार को आत्महत्या के तीन अलग-अलग मामले सामने आए। तीनों घटनाओं में मृतक घर पर अकेले थे और किसी ने भी सुसाइड नोट नहीं छोड़ा। पुलिस ने सभी मामलों में जांच शुरू कर दी है। तीनों ही मामलों में पुलिस को सुसाइड का अभी कोई स्पष्ट कारण नजर नहीं आ रहा है।
पहला मामला – परदेशीपुरा थाना क्षेत्र
नंदानगर निवासी सूरज (35) पुत्र प्रकाश जादव ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सोमवार रात करीब 9 बजे पिता जब ऑटो पार्ट्स की दुकान से लौटे, तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। खिड़की से झांकने पर सूरज फंदे पर लटका मिला। सूचना मिलते ही पुलिस और बड़े भाई दीपक मौके पर पहुंचे।
दीपक के अनुसार सूरज सिलाई का काम करता था और अविवाहित था। उसने कभी तनाव या कर्ज की बात नहीं की थी। घटना के समय मां रिश्तेदारी में गई हुई थीं। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस ने मोबाइल जब्त कर आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
दूसरा मामला – राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र
बुद्ध नगर पानी की टंकी के पास रहने वाले सुरेश (35) पुत्र मधुकर राव पाटिल ने भी फांसी लगाकर जान दे दी। वह किसी निजी संस्था में कार्यरत था और घटना के समय घर पर अकेला था। सुरेश का एक भाई अलग रहता है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
तीसरा मामला – शीलनाथ कैंप, परदेशीपुरा थाना क्षेत्र
यहां 18 वर्षीय गोलू शाक्यवार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोस्त उसे अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना के समय उसकी मां बाजार गई हुई थी। लौटकर आने पर उन्होंने बेटे को फंदे पर लटका देखा। गोलू रेडीमेड कपड़ों की दुकान पर काम करता था। उसका एक भाई गुजरात में नौकरी करता है, जबकि अन्य भाई-बहन भिंड जिले के गांव में रहते हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
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