छह साल के लिए भाजपा संगठन से बाहर किए गए पार्षद जीतू यादव की राजनीतिक भविष्य अब अंधेरे है। अब यादव ने बाबा साहेब आंबेडकर का सहारा ले लिया है। अपने फेसबुक अकाउंट से जीतू ने भाजपा का बैकग्राउंड हटाते हुए साॅची का स्तूप और बाबा साहेब आंबेडकर की फोटो लगाई है। इसके अलावा जीतू अपने सरनेम में यादव के साथ जाटव भी लिखने लगा है।

जीतू ने पुलिस थाने पहुंचकर वाइस सैंपल तो दे दिए, लेकिन उस पर प्रकरण दर्ज होने का खतरा भी बना हुआ है,क्योकि यदि यह साबित हो जाता है कि समर्थकों को यादव ने कालरा के घर हमले के लिए भेजा था तो षड़यंत्र करने के मामले में उसे आरोपी बनाया जा सकता है।

महापौर परिषद सदस्य बनाए जाने पर नगर निगम में वाहन और प्रतिमाह 100 लीटर से ज्यादा डीजल सुविधा दी जाती है। इसके अलावा मोबाइल फोन, वायरलैस सेट और लैपटाॅप भी जीतू को दिया गया था। वह भी जीतू ने लौटा दिया है।

पार्षद कालरा कांड में पुलिस ने चालीस से ज्यादा आरोपी बनाए है। अब तक 21 आरोपी गिरफ्तार हो चुके है। 25 जनवरी को घटना के मुख्य आरोपी अवि यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके बाद चार दिन से कोई नई गिरफ्तारी इस मामले में नहीं हो पाई है।

इस मामले में अभी एक भी आरोपी की जमानत नहीं हुई है। सभी आरोपी जेल में बंद है। उधर यादव ने आवाज के जो नमूने पुलिस को दिए है। उसकी जांच पुलिस लैब में कराएगी। कालरा के साथ फोन पर हुए विवाद से उसका मिलान किया जाएगा।

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