इंदौर | इंदौर के पास रहने वाला किसान का बेटा पुलिस कांस्टेबल भर्ती में चयन नहीं होने पर किसी सरकारी नौकरी को पाना चाहता था। ऐसे में उसने रुपये देकर नौकरी पानी चाही लेकिन ठगी का शिकार हो गया। एक साल तक जब उसे कोई नौकरी नहीं मिली तो उसने पैसे लेने वाले महिला और उसके साथी के खिलाफ थाने में शिकायती आवेदन दिया। जिस पर महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं महिला का एक अन्य साथी अब भी फरार चल रहा है।
बेटमा थाना प्रभारी संजय सिंह के अनुसार बेटमा के रहने वाले फरियादी अनिल पिता प्रेम सिंह परमार उम्र 22 साल ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। जिसमें कहा गया है कि इंदौर की रहने वाले आरोपी सुमन पिता राघव प्रसाद कुशवाहा उम्र 34 साल निवासी आलोक नगर कनाडिया रोड और अभिजीत साहू निवासी इंदौर द्वारा उसे नौकरी लगाने का लालच दिया गया। इसके बाद वे उसे हरियाणा ले गए। लेकिन उसकी नौकरी नहीं लगी। आरोपी इतने शातिर थे की उसे फर्जी नियुक्ति पत्र, आईडी कार्ड भी बनवाकर दे दिया। फरियादी की शिकायत के बाद पुलिस ने महिला आरोपी सुमन को गिरफ्तार किया है। वहीं उसके साथी अभिजित की तलाश है।
फरियादी अनिल ने पुलिस को बताया कि एक साल पहले उसका पुलिस परीक्षा भर्ती के लिए फोन के जरिए सुमन से संपर्क हुआ था। उसने कहा था कि अगर पुलिस कांस्टेबल बनना चाहते हो तो उसे रुपए देने होंगे। सुमन ने उससे पांच लाख रुपए मांगे। 20 जनवरी 2022 को अनिल ने सुमन कुशवाह को अपने घर बुलाकर 4 लाख रुपये दिए। इसके बाद कुछ समय उसने पुलिस कांस्टेबल परिक्षा दी लेकिन पास नहीं हुआ। कुछ समय बाद सुमन मैडम ने परीक्षा के बाद गुझे फोन लगाकर कर कहा कि पुलिस कांस्टेबल में नहीं हो पाएगा। तुम्हारी रेलवे में टीसी के पद पर नौकरी लगवा दूंगी। जो पैसा दिया है वो रेलवे में भर्ती कराने में उपयोग हो जाएंगे। उस समय सुमन कुशवाह के साथ अभिजीत साहू भी था।
पीड़ित के अनुसार, दोनों ने मुझे बोला कि रेलवे में टीसी के पद पर करवा देंगे लेकिन उसके लिए तुम्हें 16 से 17 लाख रुपए देने पड़ेगे। उन्होंने कहा कि 30 प्रतिशत पैसा जमा अभी करना पड़ेगा। मेरे चार लाख रुपए पहले से ही सुमन के पास जमा थे, अभिजीत सर ने बोला कि दिल्ली जाकर तुमको जॉइनिंग लेटर लेना है और फिर पूरा पेमेंट जमा करना होगा। 19 मई 2022 को मैं दिल्ली गया था। दिल्ली में अभिजीत साहू से मिला। अभिजीत ने रेलवे डीआरएम के ऑफिस मे मुझे जॉइनिंग लेटर हरियाणा (जाखंल) का दिया।
अनिल द्वारा आरोपियों के खाते में अलग-अलग करके 15 लाख दे दिए। एक दिन आरोपी सुमन ने अनिल को उत्तर रेलवे दिल्ली मंडल का आईडी कार्ड दिया था। कुछ दिनों बाद 17 जून 2022 को हरियाणा जांखल स्टेशन पर मैंने जॉइन किया था, जहां आईडी कार्ड भी दिया गया। लेकिन दोनों ही फर्जी थे। जिसके बाद आरोपियों से रुपए वापस मांगे तो कुछ दिन तो टालते रहे फिर दोनों ने फोन बंद कर लिए। इसके बाद अनिल ने इसकी शिकायत पुलिस से की। आरोपी सुमन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। फरार अभिजित की पुलिस तलाश कर रही है।
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