बरेली। बरेली में पांच साल के प्रेम प्रसंग और प्रेमी के जेल जाने के बावजूद आकाश और इकरा ने हार नहीं मानी। शुक्रवार को अगस्त्य मुनि आश्रम में शुद्धिकरण कर इकरा प्रीति बन गईं और आकाश संग सात फेरे ले लिए। दोनों ने घर छोड़ दिया।
रामपुर के टांडा
निवासी आकाश और सिरौली निवासी इकरा के बीच पांच साल से प्रेम प्रसंग था। आकाश नौवीं
पास हैं और प्रीति ने कक्षा पांच तक पढ़ाई की है। आकाश ने बताया कि वह इकरा के गांव
के पास मैच खेलने जाते थे। इसी दौरान दोनों के बीव जान-पहचान और फिर बातचीत शुरू हो
गई। इसके बाद दोनों ने शादी का निर्णय लिया और वर्ष 2021 में दोनों घर छोड़कर भाग निकले।
उस समय वे दोनों नाबालिग थे, जिसके चलते इकरा के घरवालों ने आकाश के खिलाफ थाना सिरौली
में रिपोर्ट लिखा दी। पुलिस ने इकरा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और इकरा को आर्य समाज
अनाथालय में रहना पड़ा।
इसके बाद आकाश को जमानत मिल गई
और इकरा भी घर पहुंच गई। इसके बाद जब वे लोग बालिग हो गए तो दोबारा घर छोड़ दिया। शुक्रवार
को दोनों अगस्त्य मुनि आश्रम पहुंचे। वहां पर पंडित केके शंखधार ने इकरा का शुद्धिकरण
कराकर उनके विवाह की रस्म पूरी कराई। इसके बाद इकरा ने हिंदू धर्म अपनाकर अपना नाम
प्रीति रख लिया। इकरा ने कहा कि तीन तलाक, हलाला जैसी खराब प्रथाओं से उन्हें नफरत
थी। इसी वजह से उन्होंने आकाश से शादी कर हिन्दू धर्म स्वीकार किया है।
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