इंदौर। इंदौर के खजराना इलाके में दो सप्ताह पहले जीजा-साले की हत्या करने वाले गार्ड का मकान तोड़ने नगर निगम का अमला पहुंचा। निगम अमले के साथ प्रशासनिक टीम और भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था। मकान तोड़ने की सूचना मिलते ही करणी सेना के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने कार्रवाई का विरोध किया। शुक्रवार सुबह पुलिस प्रशासन के साथ निगम का अमला पोकेलेन के साथ मौके पर पहुंचा। यहां गार्ड के मकान को तोड़ने के पहले करणी सेना ने विरोध किया। काफी देर तक अफसरों से बातचीत के दौरान वह राजी हुए। जिसमें आरोपी गार्ड के मकान का आगे का हिस्सा ढहा दिया गया।
खजराना में
दो हत्याओं ओर हत्या के प्रयास के मामले में आरोपी राजपाल और उसके बेटे सुधीर का मकान
तोड़ने को लेकर अफसरों ने आदेश दिए। जिसके बाद नगर निगम की टीम के साथ प्रशासन के अफसर
भी पहुंचे। यहां आरोपी के घर के आगे का छज्जा गिराया गया। करणी सेना के किशोर सिकरवार
ने विरोध किया।
मामले में एसीपी ओर टीआई ने उन्हें
समझाइश दी। काफी देर तक अफसर मकान तोड़ने की बात पर अड़े रहे। बाद में आगे का छज्जा
गिराने की बात पर सहमति बनी। जिसमें पोकलेन लाकर उसे तोड़ा गया। बता दें कि राजपाल और
उसके पड़ोसियों के बीच पालतू डॉगी को लेकर विवाद हुआ था। इसमें राजपाल का बेटा और भतीजा
भी कूद गया। इस वजह से विवाद और बढ़ गया। पेशे से सिक्योरिटी गार्ड घर के अंदर गया और
अपनी बंदूक निकाल कर ले आया। उसने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें विवाद कर रहे पड़ोसी जीजा-साले
की मौत हो गई।
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