भाजपा पार्षद पति खुद को समझ रहे बाहुबली

= राह चलते लोगों से बर्बरता पूर्वक मारपीट

=पुलिस भी मामले को दबाने में लगी

=देशभर के सिख समाज में आक्रोश

जवाबदेही इंदौर

योगी जी आप न्याय व्यवस्था के लिए देशभर में जाने जाते हो। आपके राज में उत्तर प्रदेश से गुंडों का सफाया हो गया है। कई गुंडे खुद को बचाने के लिए जेल से बाहर ही आना नहीं चाहते। आपकी न्याय प्रणाली को लेकर पूरे देश को अभिमान है। लेकिन जब आपके उत्तर प्रदेश से ऐसी शर्मनाक घटना सामने आती है, जिसमें आपकी पार्टी भाजपा का पार्षद खुद को बाहुबली समझ रहा है और नागरिकों के साथ बर्बरतापूर्वक मारपीट करता है तो क्या आपने अपनी पार्टी के पार्षदों को खुली छूट दे रखी है कि वह पद के गुरुर में अपराध भी कर सकते है। क्या एक पार्षद को वाहन पर हूटर लगाने की अनुमति आपके शासन में मिली हुई है, जिसके दम पर वह अपना दंभ भरता हुआ सड़क पर वाहन दौड़ाता है और अपना रसूख दिखाता है। ऐसे पार्षदों और कार्यकर्ताओं की वजह से आपकी न्याय व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।


आपको बता दें कि आपके कानपुर शहर में भारतीय जनता पार्टी के महिला पार्षद पति और उनके साथियों ने बर्बरता पूर्वक एक सिक्ख युवक सरदार अमोलदीप सिंह भाटिया के साथ जमकर मारपीट की। अमोलदीप सिंह भाटिया के पीछे इस महिला पार्षद पति की कार थी, जिससे बार-बार हूटर बजाया जा रहा था। अमोलदीप सिंह के सामने दिक्कत यह थी कि उनकी एक तरफ ट्रक और सामने भी भारी वाहन था, जिस वजह से भाजपा पार्षद पति की कार को साइड नहीं दे पा रहे थे तो गुस्सा होकर पार्षद पति और उनके साथियों ने सरदार अमोलदीप सिंह को इतना पीटा कि एक आंख उनकी बाहर निकल गई और दूसरी आंख की रोशनी चली गई। उन्हें एयर लिफ्ट एम्बुलेंस से दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल ले जाया गया है।


पुलिस पर राजनीतिक दबाव

पुलिस ने राजनीतिक दबाव के चलते आरोपियों के खिलाफ छोटी जमानती धारा के तहत कार्रवाई कर मामले को दबाया जा रहा है, जबकि आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास की धारा 307 लगनी चाहिए। सूत्रों के अनुसार यह ज्ञात भी हुआ है कि आरोपियों द्वारा सिक्ख दंपति के खिलाफ झूठा केस दर्ज करवाने की साजिश भी की जा रही है।

न्याय प्रणाली पर प्रश्न चिह्न

जिस प्रदेश में जन-जन खुद को सुरक्षित महसूस कर रहा है, लेकिन आपकी पार्टी के एक पार्षद का इतना हौसला कि वह आम नागरिकों के साथ पद के अभिमान में मारपीट करे। ऐसे पार्षदों और कार्यकर्ताओं को आपको तत्काल पार्टी से बर्खास्त करना चाहिए, क्योंकि इन जैसे लोगों की वजह से आपकी न्याय प्रणाली पर प्रश्न चिह्न लग रहा है।

 

सिक्ख समाज में रोष

इसी कड़ी में 27 सितंबर, बुधवार को मध्यप्रदेश की सर्वोच्च संस्था श्री गुरु सिंघ सभा, इंदौर द्वारा कमिश्नर मकरंद देऊस्कर को श्री गुरु सिंघ सभा, इंदौर के अध्यक्ष . मनजीत सिंह भाटिया की अध्यक्षता में सिक्ख समाज जनों की ओर से रोष ज्ञापन आपके नाम सौंपा गया।  समाजजन ने ज्ञापन के माध्यम से उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निवेदन किया है कि घटना की गंभीरता से जांच के आदेश देकर घटना की उच्च स्तरीय जांच की जाए तथा घटना में लिप्त दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।

Post a Comment

Previous Post Next Post