गुना। जिले के सिरसी इलाके से 13 जून को एक व्यक्ति गायब हो गया। 8 दिन बाद उसका शव गांव से काफी दूर जंगल में मिला। उसका शव पेड़ पर लटका हुआ था, जिससे ऐसा माना जा रहा है कि उसने फांसी लगाई है। इतने दिनों में शव पूरी तरह सड़ चुका था। उसके कपड़ों और घड़ी से परिवार वालों ने पहचान की। पुलिस ने मर्ग कायम कर हर एंगल से अपनी जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि
कलेछरी गांव के रहने वाले संजय पटेलिया(25) ने 15 जून को सिरसी थाने में अपने पिता
की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि "हम तीन भाई है, जिनमें से मेरी व
छोटे भाई सैलेश की शादी हो गई है। भोला की शादी अभी नहीं की है। 13 जून की बात है,
हमारी पंचायत में उपचुनाव थे। मैं अपनी पत्नि व मां के साथ वोट डालने कलेछरी के सरकारी
स्कूल पर गया था। घर पर मेरे पिता कन्नू पटैलिया व दोनो भाई सैलेश व भोला थे। जब मैं
वोट डालकर करीब 2 बजे घर पर पहुंचा तो मेरे पिता कन्नू पटैलिया घर पर नही थे। मैने
सैलेश व भोला से पूछा तो बताया कि यहीं थे, पता नहीं कहां गये। हमने सोचा यहीं-कहीं
होंगे शाम तक आ जाऐंगे। जब रात तक पापा कन्नू पटैलिया घर नहीं आये, तो हमने पापा केमोबाईल
पर फोन किया तो बंद बताया। फिर हमनें रिश्तेदारी में व आस-पास पापा की तलाश की तो कोई
पता नहीं चला।"
संजय की रिपोर्ट पर पुलिस ने
गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू की। इसी बीच बुधवार को कन्नू के घरवलाओं को एक चरवाहे ने
सूचना दी कि निहाल देवी के जंगल में एक व्यक्ति का शव दिखा है। वह आकर देख के कि यह
उनके पिता का तो नहीं है। परिवार वाले जंगल मे पहुंचे, तो एक पेड़ पर शव लटका हुआ था।
किसी कपड़े से फंदा बनाया गया था। हालांकि, शव पूरी तरह सड़ चुका था। ऐसे में शव को देखकर
पहचान नहीं हो पा रही थी। परिवार वालों ने बॉडी के कपड़े और घड़ी देखे, तो पता चला कि
वह संजय के पिता का ही शव है। मौके से पुलिस को सूचना दी गयी। पुलिस ने घटनास्थल पर
पहुंचकर मौका-मुआयना किया। साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया।
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कन्नू ने आत्महत्या की या फिर उसकी हत्या
की गई। पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है।
Post a Comment