इंदौर। इंदौर के एमवाय अस्पताल में सोमवार रात पुलिस और मरीज के परिजनों के बीच जमकर कहासुनी हुई। बात धक्का मुक्की तक पहुंच गई। मौके पर मौजूद एमवाय चौकी का पुलिसकर्मी वहां पहुंचा और मरीज के परिजनों पर लट्ठ बरसा दिए। इस दौरान परिवार के लोगों से मोबाइल छीनने की भी कोशिश की गई। बताया जाता है कि प्रॉपर्टी विवाद में पुलिस एक महिला को उसके घर से ले गई थी। महिला की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उसे ताबड़तोड़ पुलिसकर्मी एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां महिला के परिजन भी पहुंच गए और विवाद किया।
मामला अन्नपूर्णा
थाने के महावर नगर का है। यहां रहने वाली लक्ष्मी पति तोताराम (45) को सोमवार रात अन्नपूर्णा
थाने की महिला पुलिसकर्मी एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची। मेडिकल जांच के लिए लाया गया
था। महिला ने डॉक्टरों को बताया कि उसे घबराहट और बेचैनी हो रही है। उपचार के बाद महिला
को छुट्टी दे दी गई। बाद में पुलिस ने भी महिला को छोड़ दिया।
प्रॉपर्टी विवाद
के चलते महिला को लाई थी पुलिस
लक्ष्मी के
बेटे ने बताया कि वह करीब 80 साल से अधिक समय से महावर नगर स्थित मकान में रह रहे हैं।
उनकी चार पीढ़ियां यहीं पर पैदा हुई। उन्होंने मकान खरीद लिया था। दूसरे पक्ष अजय जैन
निवासी पार्श्व नाथ काॅलोनी ने भी उसे खरीद लिया। उनका कोर्ट में केस चल रहा है। इसे
लेकर सोमवार को हुए विवाद के बाद पुलिस उनके घर पहुंची थी और मां को बाहर निकालते हुए
थाने ले जाने की बात कही। इसके बाद एमवाय लाया गया और बताया कि तबीयत बिगड़ गई है।
इसके बाद एमवाय
अस्पताल में लक्ष्मी के परिवार के लोगो से महिला पुलिसकर्मी की जमकर हुज्जत हुई। यहां
एमवाय चौकी के पुलिसकर्मी ने आकर वहां खड़े परिजनों और अस्पताल आए अन्य लोगों पर लट्ठ
बरसा दिए। परिजनों का आरोप था कि लक्ष्मी को पुलिस जबरन घर से उठाकर ले गई और थाने
ले जाने की जगह इधर-उधर घुमाती रही। इससे तबीयत बिगड़ गई। बाद में पुलिस उन्हें अस्पताल
में छोड़कर भाग गई।
कमिश्नर से शिकायत
मामले में लक्ष्मी के परिजनों ने रात में कमिश्नर मकरंद देउस्कर को जानकारी दी। उन्होंने मौके से पूरे मामले के वीडियो और फोटो बुलवाए। वही प्रॉपर्टी विवाद में पुलिस हस्तक्षेप होने को लेकर मौके पर गए पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की बात करते हुए DCP से जांच कराने की बात कही है।
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