इंदौर। इंदौर के किसान मंगलवार को नागपुर के पास ट्रेन हादसे का शिकार हो गए थे। उन्हें एम्बुलेंस से नागपुर के अस्पताल से इंदौर शिफ्ट किया जा रहा था। इस दौरान रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया। बताया जाता है कि वह दोस्तों के साथ तिरूपति बालाजी गए थे। यहां से वापस आते समय वह ट्रेन से गिर गए थे। करीब 70 किलोमीटर बाद दोस्तों को उनके गिरने की जानकारी लगी। एमवाय अस्पताल में बुधवार को उनका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।
एमवाय चौकी
पुलिस के मुताबिक धर्मेंद्र (35) पुत्र रेवाचंद बघेल निवासी उमरीखेड़ा, तेजाजीनगर की
ट्रेन हादसे में मंगलवार शाम मौत हो गई। रिश्तेदारों ने बताया कि धर्मेंद्र पेशे से
किसान हैं। वह अपने तीन दोस्तों के साथ 24 मई को तिरूपति बालाजी दर्शन करने गए थे।
28 मई को वह इंदौर ट्रेन से आ रहे थे। नागपुर के पास धर्मेंद्र ट्रेन से गिर गए। तीनों
दोस्त रात में अपनी सीट पर सोए रहे। इस दौरान एक अन्य दोस्त को जब धर्मेंद्र नही दिखा
तो उन्होंने डिब्बे में उसकी तलाश की। जिसके बाद ट्रेन में टीटी को जानकारी दी गई।
कुछ देर बाद पता चला कि धर्मेंद्र करीब 70 किलोमीटर पहले गिर गया है। जिसे अस्पताल
भेजा गया है।
कैसे गिरा इस बात की जानकारी नहीं
परिवार ने बताया कि दोस्तों को भी नही पता कि धर्मेंद्र ट्रेन से कैसे गिरा। उसकी हालत में सुधार नहीं होने के चलते उसे इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराने के लिए नागपुर से मंगलवार को इंदौर के लिए निकले थे। लेकिन रास्ते में ही धर्मेंद्र ने दम तोड़ दिया। मृतक के परिवार में दो बच्चे, पति-पत्नी और माता-पिता व दो छोटे भाई व एक बहन हैं। परिवार के मुताबिक पूरे परिवार का धर्मेंद्र ही ध्यान रखता था।
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