खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा में आदिवासी समाज ने अपने समाज के व्यक्ति की हत्या के खिलाफ थाने के पास मृतक का शव रख कर चक्का जाम कर दिया। उनकी मांग थी कि हत्या के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके बाद पुलिस ने जैसे-तैसे उन्हें समझा-बुझा कर मामला शांत करवाया। लेकिन आदिवासी समाज के लोगों ने शाम के समय हत्या के आरोपी के घर के सामने ही मृतक के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
मामला खंडवा
जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र खालवा तहसील अंतर्गत आने वाले कोठा गांव का है। यहां
एक कोरकू आदिवासी युवक के साथ आरोपियों ने मारपीट की थी। लेकिन अस्पताल ले जाने के
दौरान उसकी मौत गई। इससे गुस्साए आदिवासी समाज के लोगों ने मंगलवार सुबह खालवा जनपद
कार्यालय के सामने मुख्य रोड पर चक्का जाम कर दिया। ये लोग आरोपियों के खिलाफ कड़ी
कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। पुलिस से आश्वासन मिलने के बाद वे शव लेकर वापस लौट
गए। लेकिन आदिवासी समाज के लोगों ने शाम के समय शव को आरोपी के घर के सामने ही जला
दिया।
सहन नहीं किया जाएगा
युवक की मौत
की खबर मिलते ही स्थानीय विधायक और वन मंत्री विजय शाह ने घटना की निंदा की। उन्होंने
कहा कि यह कृत्य घोर अपराध की श्रेणी में आता है। आदिवासियों हो रहे अपराध को सहन नहीं
किया जाएगा। उन्होंने कहा कि घटना में जो भी दोषी हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। घटना
को लेकर मैं पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों के संपर्क में हूं।
सवा आठ लाख
रुपये मुआवजे का एलान
प्रदेश के वन
मंत्री विजय शाह ने कहा है कि आदिवासियों पर किसी प्रकार का अत्याचार सहन नहीं किया
जाएगा। शाह ने मृतक के परिवार को सवा आठ लाख रुपये देने का एलान किया।
इधर, मृतक की पत्नी को वन मंत्री
विजय शाह के बेटे दिव्यादित्य शाह वह एसपी ऑफिस लेकर आए। दिव्यादित्य इस क्षेत्र से
जिला पंचायत के सदस्य हैं। एसपी ऑफिस में मृतक की पत्नी ने पूरा घटनाक्रम पुलिस अधीक्षक
को बताया। पुलिस ने भरोसा दिलाया कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस
के आश्वासन के बाद आक्रोशित लोगों ने धरना समाप्त कर दिया।
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