परदेशीपुरा चौराहा : कलश की रोटरी देगी दिक्कत

इंदौर में कई ऐसे चौराहे हैं, िजन पर अक्सर जाम के हालात बनते हैं। कई ऐस चौराहे भी रहे हैं, जहां रोटरी बड़ी थी या किसी महापुरुष की प्रतिमा लगी थी, उसे ऐसी जगह लगाया गया, जहां से लोगों को वह आसानी से दिखाई दे। हम बात शुरू करते हैं महूनाका चौराहे से। इस चौराहे पर महाराणा प्रताप की घोड़े पर बैठी प्रतिमा चौराहे की शान थी। कहा गया कि इस चौराहे पर इस प्रतिमा की वजह से जाम लगता है तो महाराणा प्रताप की प्रतिमा को गार्डन बनाकर अन्यत्र स्थापित कर दिया। अब चौराहे पर यातायात बाधित नहीं होता।

पाटनीपुरा चौराहा: प्रतिमा को चौराहे के आसपास लगा सकते हैं

मालवा मिल चौराहे पर संत बालिनाथ महाराज की प्रतिमा लगाने के लिए कई सालों से समाजजन प्रयासरस थे। प्रतिमा बीच चौराहे पर लगा दी गई। कुछेक साल ही बीते होंगे कि इस प्रतिमा के कारण भी चौराहे पर जाम की समस्या नजर आने लगी। इसके बाद 15 दिन पहले इस प्रतिमा को हटाकर चौराहे के कोने पर सुरक्षित जगह स्थापित कर दिया गया। पाटनीपुरा चौराहे की हालत जस-की-तस है। यहां की रोटरी को भी हटाना अब जरूरी हो गया है। पाटनीपुरा चौराहे पर दो जगह ऐसी है, जहां प्रतिमा को स्थापित किया जा सकता है, जिससे समस्या हल होगी।

यहां बढ़ेगी मुसीबत

सुभाष नगर और परदेशीपुरा की रोटरी भी हटाना जरूरी

 

इसी क्षेत्र में अभी कुलकर्णी भट्‌टे का पुल बनकर तैयार हो रहा है। जैसे ही यह पुल बनगा इस सड़क पर ट्रैफिक का दबाव अत्यधिक होगा और जब  यह ट्रैफिक सुभाष नगर के चौराहे पर आएगा तो बीच चौराहे पर कमल के फुल वाली रोटरी ट्रैफिक के लिए बाधा बनेगी, जैसे-तैसे इस रोटरी से वाहन चालक का छुटकारा होगा तो आगे जाकर परदेशीपुरा पर कलश वाली रोटरी स्वागत करने के लिए तैयार रहेगी और जैसे ही इस इन दोनों चौराहों पर सिटी बस आई तो फिर वाहनों के पहिए भी थमेंगे ही। क्योंिक एक तरफ से कुलकर्णी के भट्‌टे से आने वाला ट्रैफिक और दूसरा मालवा मिल मुक्तिधाम के सामने से सुभाष नगर चौराहे की ओर जाने वाला ट्रैफिक भी इसी चौराहे पर आएगा...। इन्हीं हालातों को देखते हुए सुभाष नगर और पाटनीपुरा की रोटरी को हटाना भी बहुत जरूरी हो गया है। इन चौराहों के अलावा छावनी चौराहा, अनोप टॉकीज, लेंटर्न चौराहा पर भी अंडरपास की आवश्यकता है।


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