पारिवारिक दृष्टि और परिवार को ध्यान में रखते हुए युवक-युवतियों, महिला-पुरुषों को कतई ऐसे गलत कदम नहीं उठाना चाहिए, जिससे समाज में घर-परिवार की बदनामी हो। रिश्तों का मोल समझना हर एक की जिम्मेदारी है। अगर कोई रिश्तों में ही अनैतिक कार्य करेगा तो सामाजिक संरचना ध्वस्त होती रहेगी और लोग एक-दूसरे के प्रति िवश्वास करना बंद कर देंगे। जवाबदेही लोगों से अपील करता है कि जो लोग मोबाइल पर पारिवारिक दृष्टि से एक-दूसरे से जुड़े हैं तो िरश्तों की मर्यादाएं समझे और मोबाइल पर एेसा कोई संदेश, चुटकुले या शेर-ओ-शायरी ना करें, जिससे आत्मसम्मान और मर्यादाओं को ठेस पहुंचे...।
कुछ दिनों से ऐसी खबरें आ रही है, जिसे पढ़कर-सुनकर मन पसीज जाता है। मोबाइल के चलन ने िरश्तों का मोल खो दिया है। हर हाथ मोबाइल है। वाट्सएप पर गुड-मॉिर्नंग और गुड नाइट से शुरू होने वाली बातें कब प्यार में बदल रही है, इसका अंदाजा भी आप नहीं लगा सकते। रिश्तेदारी के मायने भी लोग भूलने लगे हैं। ऐसा नहीं है कि गरीब परिवारों की महिलाएं, युवतियां और युवक अनैतिक रिश्ते बढ़ा रहे हैं, जबकि संभ्रांत घरों की महिलाएं और युवक-युवतियां भी परिवार में ही ऐसा कोई काम कर रहे हैं, जो ना ही न्यायसंग है और ना ही समाज में इन रिश्तों को मान्यता दी जाती है।
13 साल छोटे ऑटो वाले के साथ भागी करोड़पति की बीबी
अभी कुछ दिन पहले इंदौर की एक खबर ने पारिवारिक रिश्तों को तोड़कर रख दिया। एक प्रॉपर्टी ब्रोकर की पत्नी ने अपने से 13 साल छोटे ऑटो ड्राइवर से रिश्ते बना लिए और पति के घर से 47 लाख रुपए लेकर भाग गई। वैसे पुलिस ने ऑटो ड्राइवर के दो दोस्तों से 34 लाख रुपए जब्त कर लिए हैं। महिला 45 साल की है, जबकि ऑटो ड्राइवर 32 साल का है। हर घर में खटपट होती रहती है। इसका ये अर्थ कतई नहीं होता कि परिवार की इज्जत को खूंटी पर टांग कर गलत कदम उठाया जाए। वहीं, यहां पर ऑटो ड्राइवर भी उतना ही दोषी है, जितनी महिला। उसे भी अपने खुद के परिवार के बारे में सोचना चाहिए।
भाई के साले के साथ 6 दिन रही महिला
ऐसी ही जबलपुर में दो बच्चों की मां घर में 3 और 7 साल के दो बच्चों को छोड़कर अपने भाई के साले के साथ छह दिन तक शहर और इंदौर के होटल में साथ रही। वहां से लौटकर उसने अधारताल थाने पहुंच कर उसके खिलाफ रेप का मामला दर्ज करा दिया। जानकारी के अनुसार मुताबिक 25 वर्षीय महिला की शादी 2014 में उम्र में 8 साल बड़े युवक से हुई थी। उन्हें सात साल का बेटा व तीन साल की एक बेटी है। कुछ समय पहले उसकी मुलाकात भाई के साले रंजीत श्रीवास से हुई। दोनों की पहले मोबाइल पर बात होने लगी। 15 दिन पहले रंजीत ने महिला के सामने अपने प्रेम का इजहार किया। महिला के मुताबिक उसने मना किया तो वह बदनाम करने की धमकी देने लगा। धमकी से डरकर महिला 21 अक्टूबर को बच्चों को छोड़कर जबलपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। उस समय इंदौर जाने के लिए कोई ट्रेन नहीं थी। रंजीत उसे वहां से रसल चौक स्थित ब्लूमून होटल ले गया। वहां कमरा लेकर रात नौ बजे तक रुका। इस दौरान उसके साथ रेप किया। रात नौ बजे वह बस पकड़ कर इंदौर चले गए। वहां गुरुकृपा के सामने एक होटल में उसे पांच दिन तक रखा। इस दौरान उसके साथ रोज शोषण करता रहा।
क्या यह सब आसान
उक्त घटना पर हम गौर करें तो क्या ये सब इतना आसान है, कि कोई सिर्फ बात करने पर धमकी दे और महिला हर रिश्तों को ताक में रखकर ऐसे व्यक्ति के साथ चली जाए और फिर लौटकर आए और परिवार वालों को बताए कि उसने मुझे धमकी दी थी....,जब बात कर रहा था, तभी परिवार वालों को बताना चाहिए तो मामला बिगड़ता नहीं...। यहां महिला पर आरोप की बात नहीं कही जा रही है, लेकिन सच्चाई यही है कि अगर कोई पुरुष महिला या युवती को परेशान करता है तो त्वरित परिवार वालों को सूचना देनी चाहिए, जिससे इस तरह के अनैतिक कार्य नहीं हो पाते।
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