जवाबदेही @ इंदौर
स्वच्छता अिभयान जब से शुरू हुआ, तब से शहर में इस दिशा में नवाचार किए गए। सफाई व्यवस्था कैसी हो, कैसे इसका मेंटेनेंस किया जाए। इन सब बातों को लेकर इंदौर में अिधकारियों ने प्रयास शुरू किए और इंदौर को देश का सिरमोर बना दिया। स्वच्छता में लगातार जीत हासिल करते गए। इस दौरान अिधकारी शहर के सीने पर स्वच्छता का तमगा तो लगाते रहे, लेकिन आगे पाट पीछे सपाट वाली कहावत जैसे हाल हमारे शहर के होते गए। आपको याद िदला दे कि स्वच्छता अभियान के दौरान शहर में जगह-जगह प्लास्टिक के शौचालय-सुिवधाघर खड़े कर दिए थे, ताकि लोग खुले में शौच और पेशाब नहीं कर सके।
लोगों की आदत में भी सुधार हुआ। लेकिन धीरे-धीरे इन प्लास्टिक के शौचालय की जगह पक्के सुिवधाघर नगर निगम ने जगह-जगह बना दिए। जैसे-जैसे हर साल नंबर वन आते गए, वैसे-वैसे अफसरों और सफाई अिभयान से जुड़े लोगों को आइिडया आता गया और नवाचार होते गए। इस दौरान लाखों रुपए खर्च कर प्लािस्टक के सुविधाघर खरीदे गए। इसके बाद फिर पक्के सुविधाघरों पर करोड़ों रुपए इंदौर में खर्च किए गए। प्लास्टिक के शौचालय तो कबाड़ हो गए और इधर-उधर पड़े हैं और अब यह लगता है कि इन प्लास्टिक के शौचालयों पर जो लाखों रुपए खर्च किए गए थे, वो बेकार हो गए। इसी तरह जो पक्के सुविधाघर बनाए, उनके रख-रखाव पर भी हर साल लाखों रुपया खर्च किया जा रहा है, लेकिन कुछेक को छोड़ दे तो कई सुविधाघरों में सालभर में ही टूट-फूट होने लगी है।
तेजाजीनगर के बोगदों के नीचे के हालात...
ऐसा नहीं है कि शहर में सफाई के लिए किसी अफसर ने कोई प्रयास नहीं किया। इन प्रयासों के चलते जो संसाधन लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर खरीदे गए थे, उनकी अनदेखी की जा रही है और ये रुपया व्यर्थ चला गया। आज इन शौचालयों को तेजाजीनगर के बोगदों के नीचे स्थायी रूप से रख दिया है, जो कबाड़ हो रहे हैं। वहीं, इस क्षेत्र में कई कबाड़ी घूमते रहते हैं, जो धीरे-धीरे इन्हें काट-काटकर बेच देंगे। वर्तमान में शहरभर में निशुल्क और पेड टायलेटों की संख्या करीब 3 हजार से ज्यादा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब पक्के सुविधाघर नहीं थे तो नगर निगम ने प्लास्टिक के कितने सुविधाघर लगाए होंगे और कितना रुपया खर्च किया गया होगा। इन टॉयलेट्स को शहर के बाहरी हिस्सों में भी अगर व्यवस्थित रख दिया जाए या फिर कई ऐसे क्षेत्र इंदौर में आज भी है, जहां पर सुविधाघर आसानी से नहीं मिलता, वहां पर इनका उपयोग किया जा सकता है।
Post a Comment