नशे से दूरी है ज़रूरी अभियान के तहत इंदौर पुलिस को एक विशेष उपलब्धि हासिल हुई है। नशे के दुष्परिणामों के प्रति जनचेतना लाने हेतु चलाए जा रहे इस अभियान के अंतर्गत आज, 25 जुलाई 2025 को, इंदौर शहर में एक विशाल मानव श्रृंखला बनाई गई। इस श्रृंखला में विभिन्न स्कूल-कॉलेज, कोचिंग संस्थानों के छात्र-छात्राएं, नगर सुरक्षा समिति के सदस्य, ट्रैफिक वार्डन, महिलाओं और पुरुषों सहित कुल 7100 लोगों ने भाग लिया। इस ऐतिहासिक आयोजन से इंदौर का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया है।

भंवरकुआ से पलासिया तक फैली 7100 लोगों की मानव श्रृंखला

मानव श्रृंखला का निर्माण भंवरकुआ चौराहे से लेकर पलासिया चौराहे तक किया गया। इस आयोजन की शुरुआत अति पुलिस आयुक्त अमित सिंह एवं पुलिस उपायुक्त जोन-04 ऋषिकेश मीणा ने की। कार्यक्रम में सहोदय ग्रुप से जुड़े प्रमुख स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग संस्थानों के छात्र-छात्राएं एवं स्टाफ, नगर सुरक्षा समिति सदस्य, ट्रैफिक वार्डन, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी ने हाथों में जागरूकता संदेश वाली तख्तियां और पंपलेट्स लेकर नशे से दूर रहने का संदेश जन-जन तक पहुँचाया।

वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने किया इंदौर पुलिस का सम्मान

यह मानव श्रृंखला एक वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज हुई, जिसे वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन की टीम ने प्रमाणित किया। टीम की सदस्य अपूर्वा मेनन और भरत शर्मा ने इंदौर पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रोविजनल सर्टिफिकेट सौंपा। यह आयोजन इंदौर पुलिस की नशा विरोधी प्रतिबद्धता और आमजन को जागरूक करने के प्रयासों का प्रतीक बन गया है।

पुलिस आयुक्त ने दी बधाई, प्रतिभागियों को मिला प्रशस्ति पत्र

रिकॉर्ड मिलने के उपरांत पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने इस ऐतिहासिक अभियान में शामिल सभी विद्यार्थियों, नागरिकों, पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह अभियान सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं बल्कि समाज को नशे के खिलाफ एकजुट करने का प्रयास है। समापन कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों को पुलिस कमिश्नरेट इंदौर की ओर से प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए गए, जिससे उनका उत्साह और अधिक बढ़ा।

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