इंदौर में आज से शुरू हुई मेट्रो ने सभी का दिल जीत लिया। पहला सफर पूरी तरह से महिलाओं को समर्पित किया गया। बड़ी संख्या में महिलाएं यहां पर पहुंची और उन्होंने जमकर आनंद लिया। कोई मेट्रो में भजन गा रहा था तो कोई ज्योतिर्ळिंग बनाकर लाया था। सभी का उत्साह देखते ही बन रहा था। 

12 ज्योतिर्लिंग बनाकर लाए

मेट्रो में सवार शैलजा ने बताया हम मेट्रो में 12 ज्योतिर्लिंग बनाकर लाए हैं। आज हम सुबह राजबाड़ा भी गए और अहिल्या माता की 300वीं जयंती पर उनके लिए भजन भी गाए। मेट्रो के पूरे सफर में हमने भगवान शिव को भी साथ रखा। जल्दी यह मेट्रो हमें महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन भी ले जाएगी। 

महिलाओं को प्राथमिकता दी गई

स्पोर्ट्स टीचर शिवानी पवार ने कहा कि मेट्रो के पहले सफर में महिलाओं को प्राथमिकता देना बहुत ही अच्छा कदम है। इससे पता चलता है कि समाज कितना बदल रहा है। महिलाओं को हर जगह आगे किया जा रहा है और उन्हें हर क्षेत्र में बेहतर मौके मिलने लगे हैं। यह बदलाव के अच्छे संकेत हैं। 


हौसला भारी, उत्साह जबरदस्त

इंदौर की ही 30 साल की दिव्यांग महिला पूजा शर्मा व्हीलचेअर पर बैठकर मेट्रो स्टेशन पहुंची। वे बचपन से ही दिव्यांग हैं, लेकिन उनकी इच्छा थी कि वे इस क्षण का गवाह बनें तो अपने भाई के साथ व्हीलचेअर पर मेट्रो में बैठने के लिए आईं। उन्होंने कहा कि वे इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनकर अभिभूत हैं। 

सुनियोजित विकास का उदाहरण

विजयनगर पार्षद पूजा पाटीदार ने कहा, हम टेम्पो में घूमे, नगर सेवा में भी घूमे और अब मेट्रो में भी घूमेंगे। इससे भविष्य में ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी और शहर की व्यवस्थाएं बेहतर बनेंगी। शहर के विकास को सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है, आज मेट्रो का चलना उसी का परिणाम है। 

विकास को मिली रफ्तार

भारती सक्सेना ने कहा कि इंदौर को मेट्रो मिलना बहुत बड़ा कदम है। शहर के विकास को रफ्तार मिलेगी। कई साल की मेहनत के बाद ही यह मेट्रो हमें मिली है। न सिर्फ महिलाओं, बच्चों को बल्कि हर वर्ग और उम्र के लोगों को इससे बड़ी राहत मिलेगी। ट्रैफिक में भटकना नहीं पड़ेगा और जल्द हम अपने स्थान पर पहुंचेंगे।

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