इंदौर के राजवाड़ा क्षेत्र के कपड़ा व्यापारियों ने चीन और बांग्लादेश का बहिष्कार किया है। इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन ने सामूहिकता से निर्णय लिया है कि जो भारत के खिलाफ साजिश रचेगा, उसके साथ हम व्यापार नहीं कर आर्थिक नुकसान पहुंचाएंगे। व्यापारियों ने दुकानों पर बहिष्कार के पोस्टर लगाए है। बहिष्कार करने का संकल्प एसोसिएशन से जुड़े 600 व्यापारियों ने हनुमान मंदिर में जाकर लिया।बांग्लादेश में रेडिमेड कपड़ों का बड़ा कारोबार है और बड़े ब्रांड के कपड़े भी वहां से बिकने के लिए भारत आते है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अक्षय जैन ने कहा कि सभी व्यापारी चीन और बांग्लादेश से कपड़ों का व्यापार नहीं करेंगे। 

यदि कोई व्यापारी वहां के कपड़े मंगाता है तो फिर उस पर अर्थदंड लगाया जाएगा। जुर्माने की राशि एक लाख रुपये रखी गई है। अर्थदंड की राशि भारतीय सेना के कोष में भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि हमने चीन और बांग्लादेशी के व्यापार के कपड़ा वितरकों को पत्र लिखकर आगाह किया है कि वे वहां के माल को कम दामों में देने का दबाव व्यापारियों पर न बनाए। राजवाड़ा क्षेत्र की दुकानों में बुधवार को बहिष्कार के पोस्टर भी नजर आए। 

 इस अभियान से इंदौर के दूसरे कपड़ा व्यापारी भी जुड़ रहे है। व्यापारियों ने विदेशी कपड़ों को नष्ट कर उनका वेस्ट नगर निगम को देने की योजना भी बनाई है। आपको बता दे कि मालवा-निमाड़ में कपड़ों का सालना कारोबार 400 करोड़ से ज्यादा का है। इंदौर में एक रेडिमेड काम्पलेक्स है। भागीरथपुरा क्षेत्र में एक और रेडिमेड काम्प्लेक्स तैयार हो रहा है। 

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