फर्स्ट बटालियन में पदस्थ प्रधान आरक्षक की पत्नी की तबीयत गुरुवार रात अचानक बिगड़ गई। गंभीर हालत में उन्हें इलाज के लिए एमवाय अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के दौरान करीब आधे घंटे में उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने घटना की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी है।
रात 3 बजे बेसुध हालत में पहुंचे अस्पताल
सदर बाजार पुलिस के अनुसार, एमवाय अस्पताल में गुरुवार रात करीब 3 बजे फर्स्ट बटालियन में तैनात प्रधान आरक्षक रंजीत गुप्ता अपनी पत्नी रोशनी को बेसुध हालत में लेकर पहुंचे थे। डॉक्टरों को जानकारी देते हुए रंजीत ने बताया कि रोशनी की तबीयत घर पर अचानक खराब हो गई थी। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उपचार शुरू किया, लेकिन उनकी हालत नहीं सुधरी और आधे घंटे बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।
कब्ज और स्लिप डिस्क की लेती थीं दवाइयां
रंजीत ने बताया कि उनकी पत्नी कब्ज और स्लिप डिस्क की समस्या से पीड़ित थीं और नियमित रूप से इसकी दवाइयां लेती थीं। गुरुवार रात उन्हें अचानक घबराहट होने लगी, जिसके बाद वे बटालियन परिसर में स्थित मेडिकल विभाग से डॉक्टर को लेकर आए। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें एमवाय अस्पताल ले जाने की सलाह दी। अस्पताल पहुंचने के बाद भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ और मौत हो गई।
कटनी से इंदौर आकर बने फर्स्ट बटालियन का हिस्सा
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि रंजीत गुप्ता मूल रूप से कटनी जिले के रहने वाले हैं और वर्ष 2011 में इंदौर स्थानांतरित हुए थे। इंदौर में कुछ समय कंपनी में रहने के बाद वे फर्स्ट बटालियन में शामिल हुए। रंजीत के परिवार में तीन बच्चे हैं, जो घटना के समय घर पर ही मौजूद थे। सदर बाजार पुलिस का कहना है कि परिजनों के बयान और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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