भारत द्वारा पाकिस्तान में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पूरे देश में प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए इंदौर निवासी सुशील नथानियल की पत्नी जेनिफर ने इस ऑपरेशन पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, “भारत ने सही समय पर बदला लिया है। हमें भारतीय सेना पर गर्व है। अब समय आ गया है कि भारत आतंकवादियों का पूरी तरह से सफाया कर दे।”
"आतंकियों के चेहरों पर खौफ दिखना चाहिए" – जेनिफर नथानियल
जेनिफर ने बताया कि उन्होंने अपने पति को गोली लगते हुए देखा। उन्होंने कहा, “सुबह 6 बजे मुझे खबर मिली कि भारत ने जवाबी हमला कर दिया है। जो चार आतंकी थे, उन्हें मारना ही चाहिए और जो उन्हें ट्रेनिंग दे रहे हैं, उनका भी अंत होना चाहिए।” उन्होंने कहा कि वे चार आतंकवादी आज भी उनकी आंखों के सामने घूमते रहते हैं, और अब उन्हें कोई रहम नहीं दिखाना चाहिए।
"मुझे बचाने वाला जवान मेरे बेटे जैसा था"
जेनिफर ने भारतीय सेना के साहसिक कार्यों की सराहना करते हुए कहा, “जिस जवान ने मुझे बचाया वो मेरे बेटे के बराबर था। उसकी आंखों में गुस्सा था, वह कह रहा था कि आतंकियों को ढूंढ कर मारा जाएगा।” उन्होंने उस क्षण को याद किया जब आसपास की हरियाली अचानक लाल रंग में बदल गई थी। उन्होंने कहा कि ऐसे कठिन समय में सभी को एक-दूसरे की मदद के लिए तैयार रहना चाहिए।
"धर्म के नाम पर हिंसा कहां तक सही?"
धर्म की गलत व्याख्या पर सवाल उठाते हुए जेनिफर ने कहा, “हमारे धर्म में सिखाया जाता है कि कोई एक गाल पर मारे तो दूसरा आगे कर दो, लेकिन कौन सा धर्म ये सिखाता है कि जो भी दिखे उसे गोली मार दो, चाहे वो खेलता बच्चा हो या कोई मासूम?” उन्होंने आगे कहा, “मैं खुद एक शिक्षक हूं, लेकिन आज तक कहीं नहीं पढ़ा कि निर्दोषों की हत्या करना धर्म है। हमें सोचने की ज़रूरत है कि हम किस दिशा में जा रहे हैं।”
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