इंदौर की राजनीति में बाणगंगा क्षेत्र के शुक्ला परिवार का बड़ा दखल रहा है। इस परिवार के स्व. विष्णु प्रसाद शुक्ला का शहर में एक समय बड़ा रसूख रहा है, लेकिन कान्यकुब्ज समाज के चुनाव के बाद परिवार की लड़ाई सोशल मीडिया पर नजर आने लगी है। पूर्व विधायक संजय शुक्ला और उनके भांजे विकास अवस्थी सामने सामने हो गए। अवस्थी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर आक्रामक भाषा में बयान दिया और कहा कि मैं बिल्ली का बच्चा नहीं हूं, जो डर जाऊं, क्या करोगे, मेरा मर्डर करवा दोगे। अवस्थी ने यह भी कहा कि आज जो बाणेश्वरी मंदिर की पहचान है, उसमें मेरे नाना सूरज प्रसाद दीक्षित, मेरे पिता अशोक अवस्थी और मेरा भी योगदान है, हालांकि, कुछ देर बाद सोशल मीडिया से उन्होंने वीडियो हटा लिया।
दरअसल, कान्यकुब्ज ब्राम्हण समाज इंदौर की विद्या प्रचारिणी सभा के चुनाव को लेकर अवस्थी और शुक्ला परिवार के बीच सोशल मीडिया पर बयानबाजी होने लगी थी। इसके बाद परिणामों को लेकर दुर्गेश शुक्ला ने एक-दो पोस्ट डाली। फिर विकास अवस्थी ने अपने बयान का वीडियो डाल दिया, जो खूब वायरल हुआ।
पूर्व विधायक संजय शुक्ला विकास अवस्थी के मामा लगते हैं। पहले संजय शुक्ला और विकास साथ थे। विधानसभा चुनाव में भी विकास ने संजय का साथ दिया, लेकिन विद्या प्रचारिणी सभा के चुनाव को लेकर दोनों के बीच मनमुटाव शुरू हो गया। इस संस्था के 36 सालों तक विष्णु प्रसाद शुक्ला अध्यक्ष रहे। उनके निधन के बाद संजय शुक्ला अध्यक्ष बने। बाद में सभा में दो गुट खड़े हो गए। इस सभा में कभी चुनाव नहीं हुए, लेकिन मामला कोर्ट तक पहुंचा। विकास अवस्थी ने चुनाव लड़ने की घोषणा की और पारदर्शी पैनल बनाई, लेकिन चुनाव में संजय की पैनल ने एकतरफा जीत दर्ज कराई। तब से दोनों गुटों में विवाद और बढ़ गया था।
चुनाव के बाद मेरे खिलाफ हो रही बयानबाजी से मैं आहत हुआ। इसके बाद मैंने अपना बयान फेसबुक पर पोस्ट किया। बाद में मैने पोस्ट हटा ली। - विकास अवस्थी
विकास कुछ लोगों के बहकावे में है। उन्हें कुछ लोग बरगला रहे हैं। उन्हें इस तरह सार्वजनिक रूप से बयानबाजी नहीं करना चाहिए। -संजय शुक्ला, पूर्व विधायक और भाजपा नेता
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