खरगोन जिले में कोचिंग से लौट रही एक छात्रा पुल नदी पर बने पुल के ऊपर से बह रहे पानी में फंस गई। वह रास्ता पार कर रही थी कि अचानक से नदी में बाढ़ का पानी आ जाता है, और छात्रा के कदम डगमगने लगते हैं। कुछ युवकों ने छात्रा की मदद की, और एक युवक ने तो बीच पुलिया में जाकर छात्रा को सहारा देते हुए नदी पार करा दिया।
खरगोन जिले के ग्रामीण अंचल बालिया अंबा में ऊपरी पहाड़ी पर रात से लगातार बारिश का दौर जारी है। इसके चलते यहां के नदी-नालों का जलस्तर भी बढ़ गया है। हालांकि इसे लेकर आसपास के सभी गांवों में सूचना भी दी गई थी कि नदी में पानी का स्तर बढ़ेगा। इसी के चलते पास ही के गांव भुलगांव में बहने वाली चीतल नदी का जल स्तर भी बढ़ गया था। इसका पानी नदी पर बनी पुलिया के ऊपर से बहने लगा। लेकिन इसी दौरान स्थानीय शासकीय स्कूल बेड़िया में पढ़ने वाली एक छात्रा महक पिता जर्रार खान पुलिया पर बह रहे पानी के बीच से निकलने की कोशिश के दौरान नदी का जल स्तर बढ़ने से पुलिया के बीच में फंस गई। दरअसल छात्रा महक सुबह बेड़िया कोचिंग के लिए गई थी। वापस आने के दौरान चीतल नदी में तेजी से जलस्तर बढ़ा। उस समय छात्रा पुलिया पार कर रही थी, और तेजी से पानी पुलिया पर बढ़ने लगा। ऐसी स्थिति में नदी किनारे खड़े एक युवा जफर पठान ने अपनी जान पर खेलकर महक को बचाया।
हो सकता था बड़ा हादसा
बता दें कि छात्रा जब पुलिया पार कर रही थी तब नदी में पानी कम था। उसके बीच पुलिया में आते ही पानी एकदम से बढ़ गया और वह फंस गई। नदी में पानी बढ़ता देख कुछ लोग उसका वीडियो बना रहे थे। इसी बीच उन्होंने देखा कि एक लड़की बीच पुलिया पर पानी में से निकल रही है और पानी अचानक से बढ़ गया है। उन्होंने उसे बचाने के लिए आवाज भी लगाई। उनकी आवाज सुनकर जफर पठान नाम का युवक दौड़ते हुए पानी के बीच पहुंचा और उस बालिका को पकड़ कर सुरक्षित पुलिया से पार कराया। हालांकि यह इतना खतरनाक था कि अगर दोनों में से किसी का भी पैर फिसलता तो दोनों तेज बहाव में बह जाते। ग्रामीणों ने बताया यदि कुछ समय की भी देरी हो जाती तो बड़े हादसे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता था।
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