नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी में मध्य प्रदेश से कितने मंत्री केंद्र सरकार में शामिल होंगे। इसे लेकर अब किया एस लगने लगे हैं पिछले कार्यकाल में प्रदेश से 6 केंद्रीय मंत्री थे। यह मंत्री लोकसभा के साथ ही राज्यसभा से चुने गए थे। हालांकि बीच-बीच में कई मंत्री हटे और उन्हें दूसरे महत्वपूर्ण पदों से नवाजा गया। इस कार्यकाल में गठबंधन के बाकी दलों को भी साधना है। ऐसे में प्रदेश से कितने मंत्री बनेंगे, इसे लेकर अटकलें तेज हो गई है।मध्य प्रदेश में 29 लोकसभा सांसदों के साथ भाजपा के आठ राज्यसभा सदस्य हैं। मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया को शामिल करना लगभग तय माना जा रहा है। वह अभी भी केंद्र में मंत्री थे, इसलिए उन्हें फिर से जगह मिलना तय है।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी दिल्ली में एडजस्ट करना पड़ेगा, उन्हें भी मंत्री बनाया जा सकता है। उन्हें महत्वपूर्ण मंत्रालय भी दिया जा सकता है प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा के नेतृत्व में मिली ऐतिहासिक जीत पर उन्हें भी मंत्री पद दिया जा सकता है। वे केंद्र के कई नेताओं की पसंद भी है।

मोदी सरकार के 2019 से 2024 तक के कार्यकाल में मध्यप्रदेश कोटे से 6 मंत्री थे जिनमें नरेंद्र सिंह तोमर फगन सिंह कुलस्ते प्रहलाद पटेल, वीरेंद्र खटीक, ज्योतिरादित्य सिंधिया, धर्मेंद्र प्रधान, थावरचंद गहलोत शामिल थे इनमें से करीब 6 महीने पहले नरेंद्र सिंह तोमर प्रहलाद पटेल को विधानसभा चुनाव लड़वाया गया और उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया हालांकि उनके साथ ही फगन सिंह को रास्ते में भी विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें हर का सामना करना पड़ा लेकिन वह केंद्र में मंत्री पद पर बरकरार रहे। मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद धर्मेंद्र प्रधान को भी मंत्री पद मिला था। राज्यसभा सांसद थावरचंद की गहलोत के पास भी मंत्री पत्थर लेकिन गहलोत को राज्यपाल बनाने के बाद भी मंत्रिमंडल से बाहर हो गए थे।

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