उज्जैन |  मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में सरदार वल्लभभाई पटेल मूर्ति को गिराए जाने के बाद दो गुटों में हुई झड़प के सिलसिले में पुलिस ने अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती है। इलाके में फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है। एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि गुरुवार की सुबह माकड़ौन तहसील में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल की एक मूर्ति को गिराए जाने के बाद दो समुदायों के लोग आपस में भिड़ गए थे और एक-दूसरे पर पथराव किया था। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी-ग्रामीण) नितेश भार्गव ने कहा कि झड़प के सिलसिले में अब तक कुल 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन पर दंगा करने और एक लोक सेवक को अपना कर्तव्य निभाने से रोकने के लिए आपराधिक बल का उपयोग करने का मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल माकड़ौन में बाजार खुले हैं। कस्बे में स्थिति सामान्य है। दोनों समूहों के बीच शांति है, लेकिन पुलिस सतर्क है। वह स्थिति पर करीबी नजर रख रही है। विवादित स्थल पर यथास्थिति बरकरार है।

बताया जाता है कि मूर्ति गिरने के मामले में दोनों पक्षों के 53 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने पूछताछ के लिए 22 लोगों को हिरासत में लिया है। गिरफ्तारी के विरोध में एसटी/एससी वर्ग से महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) सचिन शर्मा ने कहा- माकड़ौन थाना अंतर्गत एक घटना सामने आई थी जहां एक महान शख्सियत की मूर्ति स्थापित की गई थी, जो नियमों के खिलाफ थी। यही नहीं जिस तरह से इसे वहां से हटाया गया वह भी कानून के खिलाफ था। इस मामले में तीन केस दर्ज किए गए हैं। इस मामले में चिन्हित आरोपियों की लगातार गिरफ्तारी की जा रही है।

एसपी शर्मा ने कहा- पहला मामला उस सरकारी कर्मचारी के खिलाफ था जिसने ड्यूटी के दौरान बाधा उत्पन्न की थी। दूसरे मामले में 16 आरोपियों की पहचान की गई जिन्हें शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। तीसरे मामले में छह लोगों की पहचान की गई, जिन्होंने मूर्ति पर हमला किया।  गौरतलब है कि गुरुवार की सुबह एक गुट के लोगों द्वारा कृषि उपज मंडी के पास स्थापित महान विभूति की प्रतिमा को हटा दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप जिले में झड़प हो गयी थी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और कानून व्यवस्था संभाला...

झड़प में माकड़ौन पुलिस स्टेशन के एक उप निरीक्षक (एसआई) लालचंद शर्मा को चोटें आईं। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें लोगों के एक समूह को ट्रैक्टर से मूर्ति को गिराते हुए देखा जा सकता है। वहीं पुलिस सूत्रों ने बताया कि हमला करने वाले गुट के लोग चाहते थे कि सरदार वल्लभभाई पटेल की जगह उस स्थान पर डॉ. बीआर अंबेडकर की मूर्ति स्थापित की जाए। सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा बुधवार रात माकड़ौन बस स्टैंड के नजदीक एक स्थल पर स्थापित की गई थी। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि प्रतिमा कब स्थापित की गई थी।

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