इंदौर। इंदौर जू में जल्द ही एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत अफ्रीकन जेब्रा का एक जोड़ा आने वाला है। जिसके आने के बाद इंदौर का कमला नेहरू प्राणी संग्रालहय प्रदेश का पहला ऐसा चिड़ियाघर होगा जिसमें पर्यटक जेब्रा को निहार सकेंगे। प्रदेश के किसी भी चिड़ियाघर में अभी तक अफ्रीकन जेब्रा का जोड़ा नहीं हैं। अफ्रीकन जेब्रा का यह जोड़ा मुंबई के वीरमाता जीजाबाई भोसले चिड़ियाघर से इंदौर लाया जाना है। इसके लिए इंदौर जू में लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। अब बस मुंबई जू से ग्रीन सिग्नल मिलने का इंतजार है।

कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत अभी बहुत सारे प्रोजेक्ट अंडर पाइप लाइन हैं। इन सभी प्रोजेक्ट पर हम काम कर रहे हैं। इन प्रोजेक्ट के तहत पर्यटकों के लिए नए अट्रेक्शन के तौर पर कई प्राणी लाए जाने हैं। काफी समय से बॉम्बे जू के साथ जेब्रा लाने के एक प्रोजेक्ट पर भी काम चल रहा है। लेकिन किसी कारण से बॉम्बे जू उसको अभी तक ट्रांसफर नहीं कर पाया है। जिस कारण से यह प्रोजेक्ट थोड़ा सा डिले हो रहा है। वहीं बॉम्बे जू को जेब्रा के बदले में हमसे जो भी ऐनिमल चाहिए वो सभी एनिमल हमारे पास उपलब्ध हैं। हम इस प्रोजेक्ट के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही इंदौर चिड़ियाघर में पर्यटक अफ्रीकन जेब्रा को निहार सकेंगे।

सरकार के कारण आने में हो रही देरी

मुंबई और इंदौर कमला नेहरू प्राणी संग्राहलय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अफ्रीकन जेब्रा को मुंबई चिड़ियाघर से इंदौर भेजने की तैयारी पूरी हो चुकी है। लेकिन सरकार की अस्थिरता के चलते फाइनल डिसीजन लेने में दिक्कत आ रही है। सूत्रों का कहना है कि जब भी जेब्रा को भेजने के लिए सरकार के बात शुरू होती है और बात फाइनल स्टेज तक पहुंचती है तभी सरकार में उठा-पठक शुरू हो जाती है। जिससे जेब्रा को इंदौर भेजने की सरकारी प्रकिया रुक जाती है। बता दें कि महाराष्ट्र में 2019 के बाद से अब तक 3 मुख्यमंत्री बदल चुके हैं।

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