इंदौर। चोरी के 600 से ज्यादा मोबाइल का जखीरा रखने वाले आरोपी को लेकर नया खुलासा हुआ है। जितेंद्र वासवानी उर्फ जॉनी को विजय नगर पुलिस तीन माह पहले भी पकड़ चुकी है। तब उसे कोर्ट ने जेल भेज दिया था। लेकिन पुलिस पूछताछ में कुछ भी उगलवा नहीं सकी। और जेल से छूटते ही जॉनी ने फिर से मोबाइल के सॉफ्टवेअर में हेरफेर का धंधा शुरू कर दिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जॉनी पांच साल से भी ज्यादा समय से चोरी के मोबाइल खरीद-बेच रहा है। इस बार पुलिस जॉनी के नेपाल कनेक्शन की भी गहराई से पड़ताल करेगी।

मोबाइल लुटेरो की एक गैंग 2021 में विजय नगर थाना के तत्कालीन टीआई तहजीब काजी ने पकड़ी थी। गैंग ने मुख्य सरगना के रूप में जितेन्द्र वासवानी का नाम लिया। पुलिस ने उसे तलाश लेकिन जितेन्द्र पुलिस को चकमा देता रहा। जेल रोड की दुकान पर भी उसने जाना बंद कर दिया। दो साल तक फरारी काटने के दौरान उस पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया। फरारी के दौरान जॉनी लंबे समय तक नेपाल में रहा।

दो साल बाद अप्रैल 2023 में जितेन्द्र चोरी छिपे जेल रोड पर दुकान पर जाकर बैठा। वह यहां कुछ मोबाइल ठिकाने लगाने आया था। लेकिन पुलिस को मुखबिरों से जैसे ही सूचना मिली, वैसे ही पुलिस ने उसे उठाया और सीधे डीसीपी के सामने पेश कर दिया। तब भी उससे चोरी के 21 मोबाइल बरामद हुए। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। 10 दिन बाद ही जॉनी जमानत पर छूट गया। जेल से छूटते ही जॉनी ने फिर चोरी के मोबाइल में हेरफेर शुरू कर दी।

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