इंदौर। इंदौर के आजाद नगर में हुई कार चोरी करने वाले तीन बदमाश चित्तौड़गढ़ क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े हैं। 90 हजार रुपए की धातु के लिए बदमाश कारों के साइलैंसर को चुराते और दिल्ली के बाजारों में बेच देते हैं। इंदौर के साथ आसपास के जिलों में भी आरोपियों ने वारदात की है। पलासिया पुलिस ने भी ईको कार के साइलैंसर चोरी के मामले में केस दर्ज किया है। आजाद नगर पुलिस भी चित्तौड़गढ़ में पकड़ाए आरोपियों से पूछताछ करेगी।
टीआई नीरज मेढा
के मुताबिक दिलीप कोटिया निवासी सीताराम पार्क की ईको कार नंबर MP09CJ1490 पवन नगर
पालदा में मेडिकल से चोरी हो गई। इस चोरी के मामले में चित्तौड़गढ़ क्राइम ब्रांच ने
तीन आरोपियों को पकड़ा है। आरोपी कार के साइलैंसर की मंहगी धातु के चलते कारों को चुरा
रहे थे।
पहले भी गैंग
इस तरह की कार चोरी में पकड़ा जा चुकी है। वहां से निकलने के बाद आरोपी दूसरे राज्यों
के शहरों में भी कारों को अपना निशाना बनाने लगे। फरवरी 2023 में भी चित्तौड़गढ़ पुलिस
ने इस तरह की गैंग पकड़ी थी।
पलासिया में
कार से साइलैंसर चोरी
पलासिया पुलिस
ने मंगलवार को पंकज कुमार साकेत निवासी तिलक नगर देवास की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों
के खिलाफ केस दर्ज किया है। पंकज ने बताया कि रविन्द्र नगर में कार पार्क की थी। जिसमें
ईको स्पोर्ट्स कार में साइलैंसर अज्ञात बदमाश ने चुरा लिया।
पॉल्यूशन रोकने के लिए लगा होता है कैटालिटिक कन्वर्टर
ईको कार के साइलैंसर में कैटालिटिक कन्वर्टर लगा होता है। यह प्लेटिनम,पेलेडियम और रोडियम धातु के मिश्रण से बना होता है। जिसकी कीमत सोने से ज्यादा होती है। इसकी डस्ट तक मंहगे मूल्य में बिक जाती है। यह कन्वर्टर पाल्यूशन रोकने के लिए लगा होता है। विशेष तरह के इंजन में ही इसे लगाया जाता है।
कंपनी की मांने तो साइलैंसर की कंपनी कीमत करीब एक से एक लाख रुपए के लगभग होती है। इसमें अलग अलग मात्रा में लगे धातु की कीमत 50 हजार से शुरू होकर 90 हजार तक होती है।
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