इंदौर। भाजपा सांसद और सलिंग फेडेरशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष ब्रजभूषण शरणसिंह गुरुवार दोपहर इंदौर आए। वे देवी अहिल्या विश्व विद्यालय के तक्षशिला ऑडिटोरियम में करणी सेना के बैनर तले आयोजित पूर्व केंद्रीय मंत्री कल्याणसिंह कालवी की 31वीं पुण्यतिथि के श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए।

उन्होंने कहा कि 'मुझ पर एक हमला हुआ, लेकिन मेरे भाईयों आपने देखा होगा कि मैंने अपने चेहरे पर कभी शर्मिंदगी नहीं आने दी। कभी कोई कमजोरी नहीं आने दी। राष्ट्र कवि दिनकर जी ने एक लाइन लिखी थी, सच है विपत्ति जब आती है, कायर को ही दहलाती है, सूरमा नहीं विचलित होते, पल एक नहीं धीरज खोते, संकट का चरण न गहते हैं, जो आ पड़ता सब सहते हैं।'

माइक पकड़ते ही बृजभूषण ने सुनाई कविता 

जो चलता पदचिन्हों पर वो ही पदचिन्ह बनाता है

वही सूरमा इस जग में धरती पर पूजा जाता है

जो थे वो गए और क्या होंगे अभी, आओ मिलकर के विचारे ये समस्याएं सभी

हम कौन थे क्या हो गए और क्या होंगे अभी, आओ मिलकर के विचारे ये समस्याएं सभी

यद्यपि हमें इतिहास अपना प्राप्त पूरा है नही, फिर भी हम कौन थे ये भी अधूरा है नहीं

नारेबाजी हुई तो रोका

उनके कार्यक्रम में आते ही कार्यकर्ताओं ने बजरंग पूनिया मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए तो मंच से ही सांसद सिंह को इस तरह की नारेबाजी से रोकना पड़ा। इसके बाद ब्रजभूषण शरणसिंह जिंदाबाद के नारे लगने लगे।

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