रतलाम। जिले का आदिवासी अंचल सैलाना के ग्राम बोदिना में बीती रात एक घर में तेंदुआ घुस गया। सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद उज्जैन से बुलाई गई वन विभाग की टीम सुबह 4:30 बजे तेंदुए को पकड़ने में सफल हुई। तेंदुए को रतलाम लाकर उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
जानकारी के
अनुसार बुधवार रात करीब 10:30 बजे सैलाना कृषि उपज मंडी में काम करने वाले बोदिना निवासी
गोपाल पिता रामेश्वर गायरी के मकान में तेंदुआ घुस गया था। उस समय घर के अंदर गोपाल
की पत्नी यशोदा सहित 16 वर्षीय पुत्री कुमकुम और 12 वर्षीय पुत्र अमित घर में सो रहे
थे। बाहर तेंदुए को लेकर हो-हल्ला सुनकर यशोदा एवं पुत्री कुमकुम बाहर निकल आए और इसी
बीच तेंदुआ इनके घर में घुस गया। अमित घर के एक कमरे में रह गया था। पास में रहने वाले
दिनेश पाटीदार एवं समरथ पाटीदार ने घर के पतरे उठाकर गोपाल के पुत्र अमित को बाहर निकाला
और बाहर से दरवाजा लगाकर सैलाना पुलिस सहित वन विभाग को सूचना दी।
सूचना मिलते
ही मौके पर सैलाना थाना प्रभारी अय्यूब खान, धामनोद चौकी प्रभारी लिलियन मालवीय, एसआई
मनोज पाटीदार, वन विभाग की रेंजर सीमा सिंह, एसडीओ आफताब खान, डिप्टी रेंजर बाबूलाल
मालवीय मौके पर पहुंच गए थे। संसाधन के अभाव में वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ नहीं
पाई, जिसके बाद उज्जैन की टीम को बुलाया गया। तड़के पौने तीन बजे उज्जैन से तेंदुआ
पकड़ने की टीम बोदिना पहुंची। करीब एक घंटे से अधिक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद एयरगन
के माध्यम से बेहोशी का इंजेक्सन लगाकर तेंदुए को साढ़े चार बजे कब्जे में लिया गया।
वन विभाग की टीम तेंदुए को लेकर
उज्जैन रवाना हो गई है, जहां उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। परीक्षण के दौरान
अगर वह बीमार पाया तो उसे इलाज के लिए इंदौर ले जाया जाएगा। सैलाना क्षेत्र में वन्य
प्राणी द्वारा लगातार मवेशियों का शिकार किया जा रहा था। वन विभाग की टीम को फुटप्रिंट
में मिले थे, जिसके आधार पर क्षेत्र में तेंदुआ के मूवमेंट होने की आशंका जताई जा रही
थी। वन विभाग की टीम ने पूर्व में पिंजरा लगाकर तेंदुए को पकड़ने का प्रयास भी किया
था, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई थी। तेंदुए के पकड़े जाने के बाद अब क्षेत्र के रहवासियों
ने राहत की सांस ली है।
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