देवास। शहर के प्रेम नगर पार्ट 2 में रहने वाले एक नकली डीएसपी ने शहर के एक व्यक्ति को झांसे में लेकर उसके परिजनों और रिश्तेदार को नौकरी दिलाने की बात करके कई बार में 1.69 लाख रुपए ले लिए। बाकायदा फर्जी नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर करवाकर आश्वासन भी दिया गया। पिछले दिनों भी नकली डीएसपी को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया तो फरियादी को ठगे जाने का पता चला इसके बाद कोतवाली थाने में शिकायत की गई। कोतवाली पुलिस ने सोमवार को नकली डीएसपी अशोक तिवारी के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज किया है।

कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार फरियादी कमल मीणा निवासी बालगढ़ रोड देवास ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसकी पहचान इलेक्ट्रॉनिक सामान सुधार करने के लिए आरोपी के यहां जाने के बाद हुई थी। उसने स्वयं को डीएसपी बताया था कई विभागों में उसकी जान पहचान होने का हवाला दिया था। मेरी बेटी व साले को नौकरी दिलाने की बात करके उसने रुपए लिए थे पिछले दिनों अशोक तिवारी को क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा दबोचने के बाद पता चला कि वह नकली डीएसपी है करीब 1.69 लाख रुपये की ठगी मेरे साथ हुई है।

कई और लोगों के साथ भी ठगी की आशंका

आरोपी के पकड़ाने के बाद देवास में पहला मामला ठगी का सामने आया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो कई और लोगों के साथ भी इसी तरह की व पुलिस से जुड़े मामलों में निराकरण करवाने के नाम पर ठगी होने की आशंका है, जल्द ही और शिकायतें सामने आ सकती हैं।

Post a Comment

Previous Post Next Post