भोपाल। गैस कनेक्शन रखने वाले ग्राहकों के लिए एक विशेष खबर सामने आ रही है। जिसके तहत सरकार के द्वारा एलपीजी सिलेंडर पर पुनरू सब्सिडी प्रारंभ की जा सकती है। जानकारी के अनुसार सालाना सात से आठ सिलेंडर पर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की एनर्जी ट्रांजिशन कमेटी की रिपोर्ट में सब्सिडी देने की सरकार से सिफारिश की गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार इस पर जल्द ही फैसला ले सकती है। सरकार के इस फैसले मध्यप्रदेश के लाखों गैस कनेक्शन वाले ग्राहकों सहित देश भर के करीब 30 करोडों एलपीजी कनेक्शन वाले ग्राहकों को सीधा लाभ होगा।
12 सिलेंडर पर मिलती थी सब्सिडी
जानकारो का मानना है कि वर्तमान एलपीजी के महंगी हो जाने के कारण देश के 85 प्रतिशत घर खाना पकाने के लिए एलपीजी का पूरी तरह से इस्तेमाल करने में असमर्थ बने हुए हैं। ज्ञात हो कि कोरोना काल से पूर्व सरकार की ओर से सालाना 12 सिलेंडर पर सब्सिडी प्रदान की जाती थी, वहीं अब केवल आठ सिलेंडर पर एलपीजी सब्सिडी देने की बात सामने आ रही है। माना जा रहा है कि सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की संख्या घटाने से सरकार की तरफ से दी जाने वाली सब्सिडी की कुल रकम में 13 से 15 प्रतिशत की कमी आ जाएगी।
वहीं कुछ जानकारों
का ये भी मानना है कि गैस कनेक् शन में सब्सिडी शुरु किया जाना काफी हद तक राजनीति
से प्रेरित भी मान लिया जाएगा, इससे देश भर के सियासी पारे मे इजाफा होगा। दरअसल यदि
इसे इस समय या आसपास लागू किया गया तो विपक्ष सरकार पर चुनाव के चलते ऐसा करने का आरोप
लगाएगा। जिसमे काफी हद तक सच्चाई भी मुमकिन है, ऐसे में सरकार के इस कदम पर विपक्ष
का ये वार देश के राजनैतिक पारे में वृद्धि का कार्य करेगा। ज्ञात हो कि देश के करीब
3 चैथाई परिवारों के पास आज भी एलपीजी कनेक् शन नहीं है, यहां तक की इन परिवारों की
सालाना आय तक 1लाख 20 हजार रुपए से भी कम है।
वहीं जहां तक
गैस सिलेंडर्स की बात की जाए तो ये माना जाता है कि एक घर में खाना पकाने के लिए अमूमन
सालाना आठ सिलेंडर की आवश्यकता पडती है। आपको बता दें कि जो जानकारी समाने आ रही है
उसके अनुसार पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की एनर्जी ट्रांजिशन कमेटी की रिपोर्ट
में संपन्न लोगों से पहले की तरह सब्सिडी छोडने की बात कही गई है। इसके अतिरिक्त रिपोर्ट
में ये भी कहा गया कि यदि कोई परिवार हर साल तीन सिलेंडर की खपत करता है तो उन्हें
चार से सात सिलेंडर लेने वालों के मुकाबले ज्यादा सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
वहीं इस पूरे मामले पर भोपाल
में एचपी की विनायक एजेंसी के लोगों का कहना है कि हां करोना से कनेक्शन कम हुए हैं,
लेकिन कई नए कनेक्शन भी बाहर से ट्रांसफर होकर आए हैं। उनके अनुसार सब्सिडी कम होने
से लोगों के गैस सिलेंडरों की खपत में जरूर कमी देखी गई है। गैस में महंगाई के चलते
जहां कई जगह से लोगों के द्वारा अपने कनेक्शन्स को निरस्त कराने की बात भी सामने आती
रही है, वहीं ऐसे में जो ग्राहक सिलेंडर की खपत साल में 15 से 17 करते थे वे भी अब
10 से 12 पर आ गए हैं। जहां तक पुनः सब्सिडी शुरु होने की बात है तो आशा है ऐसे में
जो ग्राहक गैस कनेक्शन को निरस्त कर गए थे, मुमकिन है वे वापसी करें।
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