इंदौर। इंदौर के पास शिप्रा थाना क्षेत्र के कदवाली बुजुर्ग में नाना के घर रह रहे 4 साल के मासूम श्रेयांश की मौत दम घुटने से हुई है। उसकी पोस्टमॉर्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में दम घुटने की बात सामने आई है। परिवार के हर सदस्य से पूछताछ की जा रही है। जो बच्चे घर पर मासूम के साथ सोए थे, उनसे भी लगातार बात की जा रही है। श्रेयांश की मौत रविवार को सुबह हुई थी। वह रात को सोया था तो सुबह उठा ही नहीं।
सोमवार को दी
गई प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्मोदरिंग शब्द इस्तेमाल किया है। इसका अर्थ
होता है कि मुंह और नाक के एक साथ दबने के कारण दम घुटने से मौत होना। अब यह पुलिस
की जांच का विषय है कि बच्चे को किसी ने जानबूझकर मारा या फिर खेल-खेल में वह स्मोदरिंग
का शिकार हुआ है। जैसे खेल-खेल में मुंह और नाक किसी कपड़े वगैरह दबने से भी हो सकता
है या दो-तीन बच्चों के एक साथ खेलने में उसका मुंह दब गया हो। या फिर सोते वक्त भी
यह हादसा हो सकता है।
एमवाय चौकी
पुलिस ने शिप्रा पुलिस को डायरी सोमवार को सौंप दी है। पुलिस इस मौत को संदिग्ध मान
रही है। इस वजह से परिवार से लगातार संपर्क में है। हालांकि पीएम रिपोर्ट आने के बाद
पुलिस की जांच की दिशा तय होगी।
डॉक्टर ने नहीं बताई स्पष्ट वजह
बच्चे का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर जितेन्द्र सिंह तोमर ने बातचीत में बताया कि बच्चे की मौत के पीछे अटैक सीधे वजह नहीं मान सकते। मौत में दम घुटने जैसा कारण लग रहा है। रिपोर्ट तैयार होने के बाद पुलिस को सौंप देंगे।
ऐसे सामने आया था घटनाक्रम
श्रेयांश अपने नाना दिनेश के
घर रहता था। घटना वाली रात श्रेयांश मोबाइल पर गेम खेल रहा था। करीब 11 बजे वह सो गया
था। इसके बाद सुबह जब नाना उठे तो वह सोता दिखा। उसे नाना ने चादर ओढ़ाई और दूध बेचने
चले गए। सुबह करीब 8 बजे जब वे वापस घर आए तब तक श्रेयांश उठा ही नहीं था। उन्होंने
आवाज लगाई तो भी उसने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने उसे हिलाकर उठाने की कोशिश की,
लेकिन शरीर में कोई हरकत नहीं हुई। वे घबरा गए। उसे तत्काल नजदीक के अस्पताल लेकर गए।
यहां से डॉक्टरों ने उसे एमवाय अस्पताल ले जाने की सलाह दी। एमवाय के डॉक्टरों ने उसे
मृत घोषित कर दिया।
यह स्पष्ट रूप से हत्या है और घर के ही किसी सदस्य ने की है ... किसने और क्यों, यह जाँच का विषय है लेकिन यह ग़ैर इरादतन नहीं बल्कि जानते बूझते हुए किया गया मर्डर है।
ReplyDeletePost a Comment