ग्वालियर। ग्वालियर के जाने-माने बिल्डर और सराफा कारोबारी पारस जैन व सबसे महंगे कैटरर्स बंटी कैटरर्स के घर, ऑफिस और प्रोजेक्ट साइट्स पर इनकम टैक्स की रेड पड़ी है। टीम ने एक साथ दोनों जगह छापे मारे। सबसे पहले टीम पारस जैन के मुरार सदर बाजार स्थित प्रतिष्ठान पर पहुंची। यहां आज तड़के 3 बजे ही घेराबंदी कर दी थी। टीम ने सुबह 4 बजे कार्रवाई शुरू कर दी। इस वक्त घर में लोग सो रहे थे। पारस जैन का परिवार भाजपा और आरएसएस से जुड़ा है। इंदौर से 15 कार में 30 से ज्यादा अफसर-कर्मचारियों की टीम ग्वालियर पहुंची है। बताया जा रहा है कि टीम एक दिन पहले ही ग्वालियर आ गई थी। कार्रवाई से शहर के सराफा बाजार में हड़कंप मच गया है।
पारस जैन के घर तड़के 3 बजे छापा
ग्वालियर के बड़े कारोबारियों में पारस जैन का नाम शुमार है। वह मध्यप्रदेश चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज में भी पदाधिकारी रह चुके हैं। सराफा का कारोबार उनका पुश्तैनी व्यवसाय है। पारस ने पिछले कुछ साल में शहर में बिल्डर के रूप में अपनी पहचान बनाई है। शहर में फिलहाल 10 से 12 जगह उनके टाउनशिप, मल्टी और अन्य प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इंदौर से आए इनकम टैक्स अफसरों की टीम ने आज तड़के 3 बजे ही पारस जैन के मुरार सदर बाजार स्थित दुकान, पुश्तैनी मकान, चेतकपुरी और गोला का मंदिर में उनके घर सहित आधार दर्जन प्रोजेक्ट साइट्स को निगरानी में लेकर एक्शन लिया है। सुबह 4 बजे अफसरों ने पारस जैन के घर की डोर बेल बजाई और बताया कि सभी लोग अपने मोबाइल जमा कर दें, उनके यहां IT (इनकम टैक्स) की रेड पड़ी है। टीम सबसे पहले मुरार स्थित पारस ज्वैलर्स शोरूम पर पहुंची। छानबीन में दस्तावेज मिले हैं। इनकी जांच की जा रही है।
भाजपा से जुड़ा
है पारस जैन का परिवार
पारस जैन का परिवार भाजपा से
जुड़ा है। पारस के बड़े भाई विष्णु जैन आरएसएस से जुड़े हैं। विहिप के आयोजनों में व्यवस्थापकों
में शामिल रहते हैं। इस कारण कारोबारी के परिवार को भाजपा के नजदीक माना जाता है। शहर
के बहुचर्चित भाजपा नेता विष्णु मंगल हत्याकांड में भी पारस जैन का नाम उछला था।
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