इंदौर। इंदौर एक ऐसा जिंदादिल शहर, जहां दिन की शुरुआत बाग-बगीचों में लगने वाले हंसी-ठहाकों से होती है और शाम लाफ्टर शो के लाइव कंसर्ट और कवि सम्मेलन में हास्यरस की रचनाओं के साथ सजती है। मेलों के रेले इस शहर की तासीर बयां करते हैं तो सांस्कृतिक प्रस्तुति का अविराम रूप से चलते रहना प्रसन्नता के भाव को जाहिर करता है। यही वह शहर है जिसने लाकडाउन में अनजानों की मदद कर अपने और दूसरों के प्रसन्नता मीटर को टाप पर पहुंचाया तो देहदान-अंगदान कर कई परिवारों के जीवन में खुशियों के रंग भर दिए।

उत्सवों के इस शहर में एक भी दिन ऐसा नहीं बीतता जहां कोई आयोजन न हो रहा हो। यहां के लोगों की प्रसन्नता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पर्व छोटा हो या बड़ा, यहां मनाया जोरशोर से ही जाता है। देश के सबसे स्वच्छ शहर में माल, प्रमुख ब्रांड, हर मर्ज के लिए अस्पताल, हर खेल के लिए मैदान, रोजगार के तमाम अवसर, अच्छी आबोहवा, बेहतर शिक्षा, आवागमन के साधन सहज-सुलभ होना, आध्यात्मिक आयोजनों का होना प्रसन्नता को बढ़ाता है। यही वजह है कि यहां आने वालों के चेहरे पर मुस्कुराहट खुद-ब-खुद खिल उठती है। इसलिए आप भी मुस्कुराइए... क्योंकि आप प्रदेश के दिल इंदौर में हैं।

मिलनसारिता ही हम इंदौरियों को रखती है प्रसन्न

हैप्पीनेस लीडर डा. गुरमीत नारंग के अनुसार इंदौरियों के खुश रहने के कई कारण हैं और सबसे बड़ी वजह लोगों का मिलनसार स्वभाव है। इंदौरी एक-दूसरे के साथ आसानी से घुल-मिल जाते हैं। शहर बेशक मेट्रो सिटी का रूप ले रहा है लेकिन फिर भी लोग अपने और दूसरों के लिए वक्त निकाल ही लेते हैं। अच्छे-बुरे वक्त में एक-दूसरे का साथ देते हैं जो कि मन को सुकून और खुशी प्रदान करता है। शहर में पाठकों का एक बड़ा वर्ग है और पढ़ना ध्यान करने के समान है। जब आप पढ़ते हैं तो खुद को खोज पाते हैं, मन को शांति मिलती है और वह भी खुशी की वजह है। शहर में कई संस्थाएं ऐसी हैं जो नि:स्वार्थ भाव से दूसरों के हित में कार्य करती हैं और इनके द्वारा किए गए प्रयास प्रसन्नता प्रदान करते हैं।

खुशी का रास्ता पेट से

आहार व पोषण विशेषज्ञ डा. मुनीरा हुसैन के अनुसार जब हम अच्छा भोजन करते हैं तो खुशी का अनुभव होता है और जब खुश होते हैं डोपामाइन और सेरेटोनिन हार्मोन स्रावित होते हैं। यह वे हार्मोन हैं जो खुश रहने में और भी मदद करते हैं। जब यह हार्मोन स्रावित होते हैं तो दुखी और तनाव में रखने वाले हार्मोन का स्राव कम हो जाता है। जब हम खानपान के बाजार में अपनों के साथ जाते हैं तो अच्छी यादें समेटते हैं और वह बातें जब भी याद आती हैं आपके चेहरे पर प्रसन्नता छोड़ जाती है। जब आप अच्छा भोजन लेते हैं तो शरीर को पोषक तत्व भी मिलते हैं जो आपको सेहतमंद रखते हैं। जब सेहत बेहतर होती है तो भी प्रसन्नता का भाव रहता है। मन की शांति के लिए स्वस्थ तन का होना जरूरी है और अच्छा भोजन यह कार्य करता है।

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