इंदौर। बोर्ड परीक्षा को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल की गोपनीयता पर सवाल खड़े होने लगे है। पहले हिंदी और अब 12वीं कक्षा का अंग्रेजी विषय का पेपर इंटरनेट मीडिया पर शुक्रवार दरमियानी रात को तेजी से वायरल हुआ। वाट्सएप टेलीग्राम पर वायरल होने वाला अंग्रेजी विषय का "बी" सेट बताया गया। यह पेपर शनिवार सुबह 9 बजे होना है। खबर लगते ही विद्यार्थियों में पेपर पाने की हौड़ मची गई।
पेपर का मुख्य
पृष्ठ इंटरनेट मीडिया के एक से दूसरे ग्रुप पर वायरल हुआ। इसमें प्रश्नों की संख्या
(15), कुल पन्ने (10) दर्शाया गया। यहां तक मुख्य पृष्ठ पर हायर सेकेंडरी मुख्य परीक्षा
2023 भी अंकित था। करीब सात से आठ प्रश्न भी बताए दिए। सूत्रों के मुताबिक, कुछ लोग
पेपर लीक होना बता रहे हैं। बदले में विद्यार्थी से 100 से 200 रुपये भी वसूले गए।
पेपर के संबंध में अधिकारियों से चर्चा नहीं हुई है। नियमानुसार पेपर को पुलिस सुरक्षा
में रखा जाता है। केंद्र पर परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले पहुंचता है। हालांकि,
प्रत्येक विषय के चार सेट मंडल ने तैयार करवाए हैं, जो विद्यार्थियों को दिए जाएंगे।
शिक्षा माफियाओं
की हरकत
10वीं-12वीं
की परीक्षा को हर बार प्रभावित करने वालों में शिक्षा माफियाओं की भूमिका अहम है। कुछ
निजी स्कूल संचालक से लेकर कोचिंग क्लासेस चलाने वाले तक शामिल है, जो विद्यार्थियों
को पास करने का ठेका तक लेते है। इन लोगों की विभाग के जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारियों
से भी साठगांठ रहती है। हिंदी का पेपर भी शाजापुर में क्लास चलाने वाले संचालक ने टेलीग्राम
पर लीक किया था। बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी बेखबर है। शुक्रवार रात अंग्रेजी का
पेपर भी ऐसे ही इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया गया। सूत्रों के मुताबिक, परीक्षा से
ठीक पहले पेपर लीक होने से पुलिस की व्यवस्था पर भी सवालों के घेरे में आती है, क्योंकि
तीन से चार दिन पहले ही पेपर केंद्र के नजदीकी पुलिस थाने में सुरक्षित रखे जाते हैं।
शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा
अधिकारी मंगलेश व्यास का कहना है कि 12वीं कक्षा का अंग्रेजी विषय का पेपर आउट होने
के बारे में कोई जानकारी नहीं है। परीक्षा रोकने को लेकर भी वरिष्ठों से कोई दिशा-निर्देश
नहीं प्राप्त हुए हैं। सामान्य तौर पर परीक्षा करवाई जा रही है।
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