इंदौर। इंदौर नगर निगम ने गेर के दौरान शहर को रंगों से तो राजवाड़ा को बचा लिया, लेकिन कीलों से राजवाड़ा को घायल कर दिया। तिरपाल से राजवाड़ा को ढकने के लिए 100 से ज्यादा कील ठोक दी गई। इस कारण कई जगह से उसकी दीवारों का प्लास्टर उखड़ गया अौर कीलों के छेंद की वजह से सीमेंट भी निकल रही है।

रंग पंचमी पर इंदौर में निकलने वाली गेर से राजवाड़ा को बचाने के लिए आठ लाख रुपये खर्च कर तिरपाल से ढका गया, लेकिन राजवाड़ा को कवर करने के लिए कीलें लापरवाही से ठोक दी गई। इसे लेकर पुरातत्व विभाग ने आपति्त ली है और उन्होंने कहा कि पुर्ननिर्माण करने वाली एजेंसी से गारंटी पीरियड में राजवाड़ा की मरम्मत कराई जा सकती है। कील के कारण राजवाड़ा की छत की मुंडेर एक हिस्से का प्लास्टर उखड़ गया। इसके अलावा कीलों से भी मुंडेर कमजोर हो गई।

पुरातत्व विभाग के अफसरों ने किया दौरा

गेेर के बाद राजवाड़ा से तिरपाल हटा दी गई। इससे हुए नुकसान की जानकारी मिलने के बाद पुरातत्व विभाग के अफसरों ने राजवाड़ा का दौरा किया अौर कीलों के कारण हुए नुकसान की जानकारी नगर निगम के अफसरों को दी, ताकि उसकी मरम्मत की जा सके।


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