इंदौर। प्रेम और भाईचारे के मिसाल मानी जाने वाली इंदौर की गेर में कुछ हुड़दंगी भी शामिल हो जाते हैं और लोगों को नुकसान पहुंचाने में कोई कसर बाकी नहीं रखते। इस बार निकली गेर में भी जूते-चप्पल के साथ पत्थर भी चले। पत्थर की चोट से एक युवक घायल हो गया और उसे पुलिस ने एम्बुलेंस में अस्पताल भेजा। जिस वाहन से पत्थर आया था उस पर चढ़कर पुलिस ने पत्थरबाज को भी गिरफ्तार कर लिया और एमजी रोड थाने पहुंचाया।
बता दें कि
स्टूडेंट ऋषिराज अपने दोस्तों के साथ गेर देखने आया था। वह राजवाड़ा चौक पर खड़ा था,
तभी एक पत्थर तेजी से उसके सिर पर जा लगा। पत्थर लगते ही उसके सिर से खून बहने लगा।
उसे तुरंत राजवाड़ा के पुलिस सहायता केंद्र पर लाए और वहां खड़ी एम्बुलेंस से अस्पताल
भिजवाया। एडिशनल डीसीपी राजेश रघुवंशी को घायल युवक ने बताया कि एक डीजे के वाहन में
बैठे युवक ने पत्थर फेंका है। इसके बाद रघुवंशी चार पुलिस जवानों के साथ वाहन पर चढ़े
और पत्थर फेंक रहे युवक सूरज पिता धर्मेंद्र खरे को पकड़ कर चौकी पर ले आए। इसके बाद
एमजी रोड थाने के टीआई को बुलाकर आरोपी को उनके हवाले कर दिया।
चप्पल फेंकने
वालों को पकड़ कर बैठाया अस्थाई जेल में
गेर में जूते-चप्पल भी कुछ हुडदंगी
फेंक रहे थे। उन लोगों को दबोचने के लिए भीड़ में पुलिस जवान भी तैनात किए गए थे। गेर
के दौरान 20 से ज्यादा युवकों को भीड़ से पकड़ कर पुलिस जवान लाए और राजवाड़ा पुलिस चौकी
पर बनी अस्थाई जेल में बैठा दिया। कुछ युवकों की पुलिस ने धुलाई भी की। पकड़े जाने
के बाद उनके परिजन और दोस्त छोड़ने की मिन्नतें करते रहे। गेर समाप्त होने के बाद सभी
युवकों को पुलिस ने छोड़ दिया।
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