ग्वालियर। उपनगर ग्वालियर में रहने वाली एक महिला की हत्या उसके लिव-इन पार्टनर ने कर डाली। उसने साड़ी से गला घोंटकर महिला की हत्या कर दी, फिर महिला का शव एंबुलेंस से लेकर उसके ससुराल पहुंचा। यहां उसका शव छोड़कर भाग गया। इस अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने महज छह घंटे में सुलझा ली। महिला के ससुराल वाले मौत का कारण नहीं बता पा रहे थे, लेकिन जैसे ही युवक द्वारा शव छोड़कर भागने की बात कही तो पुलिस को उस पर शक हो गया।

इसके बाद उसकी घेराबंदी कर पकड़ा और दो घंटे की पूछताछ में उसने हत्या करना स्वीकार कर लिया। मूल रूप से भिंड के पावई गांव की रहने वाली रीना भदौरिया अपने पति से अलग उपनगर ग्वालियर स्थित शील नगर में रह रही थी। ग्वालियर में रहने वाले सुरेंद्र धाकड़ से उसकी दोस्ती हुई। सुरेंद्र पीएचइ के फिल्टर प्लांट में काम करता है। दोस्ती होने के बाद सुरेंद्र महिला के साथ रहने लगा। महिला के पहले पति से तीन बच्चे हैं। यह तीनों बच्चे भी महिला के साथ रहते हैं। शनिवार दोपहर करीब तीन बजे महिला के शव को एंबुलेंस से लेकर सुरेंद्र उसके ससुराल पहुंचा। यहां उसकी मौत होने की जानकारी दी और जब ससुराल वालों ने मौत का कारण पूछा तो भाग गया। ससुराल वाले शव लेकर रात को ग्वालियर आ गए और पुलिस को सूचना दी।

एसएसपी अमित सांघी ने बताया कि जब पड़ताल की गई तो महिला के गले पर निशान थे और कान से खून निकल रहा था। जैसे ही ससुराल वालों ने सुरेंद्र के भागने की जानकारी दी तो उसकी घेराबंदी के लिए एएसपी ऋषिकेष मीणा, सीएसपी संदीप मालवीय और उनकी टीम को लगाया। उसे जलालपुर रोड के पास से पकड़ लिया। उसने पूछताछ में बताया कि महिला की दोस्ती बानमोर के कुणाल से थी। वह उसके साथ भी रही। कुछ समय से वह महिला के साथ लिव-इन में रहने लगा था। महिला कुणाल से फोन पर दोबारा बात करने लगी। वह उसके पास वापस जाना चाहती थी, इसी पर शिवरात्रि वाले दिन झगड़ा हुआ। गली में डीजे बज रहा था और इसके शोर में उसकी आवाज दब गई, पहले उसके साथ मारपीट की और इसके बाद साड़ी से गला घोंटकर मार डाला।

छोटे बेटे ने बताया- अंकल ने 10 रुपये देकर बाहर भेजा था

दोपहर में सुरेंद्र महिला के घर पहुंचा। उस समय महिला का सबसे छोटा बेटा घर पर था। ससुराल वालों को भी संदेह नहीं था। महिला के पिता भी यहां आ गए। जैसे ही छोटे बेटे ने बोला- अंकल ने 10 रुपये देकर बाहर भेजा था, लौटा तो मां मृत पड़ी थी वैसे ही ससुराल वाले भी बोलने लगे कि वह शव छोड़कर भागा था। तभी पुलिस को संदेह हुआ और सुरेन्द्र की घेराबंदी शुरू कर दी।

सुरेन्द्र हत्या करने के बाद मेला घूमने चला गया था। कुछ देर बाद लौटा, तब महिला के बेटे ने उसे मां की मौत की जानकारी दी। उसे लगा कि वह फंस सकता है, इसलिए उसने पुरानी छावनी से अपने एक दोस्त को बुलाया। फिर एंबुलेंस से उसके शव को भिंड लेकर गया, यहां छोड़कर भाग आया।


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