इंदौर। करीब 32 किमी लंबे राऊ-देवास बायपास से गुजरना अब महंगा हो सकता है। नेशनल हाईवेज अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) ने 1 अप्रैल से टोल दरें बढ़ाने की तैयारी कर ली है। प्रस्ताव बनाकर दिल्ली भेजा जाएगा। इंदौर से देवास जाने वाले वाहनों के लिए दो टोल प्लाजा हैं। बायपास पर सेंट्रल पाइंट के एक किलोमीटर पहले मांगलिया में बने मुख्य टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहन चालकों से देवास सिक्सलेन और बायपास दोनों का टोल टैक्स वसूला जाता है, जबकि दूसरा टोल प्लाजा पुराने शहरी एबी रोड पर मांगलिया के पास है। वहां से गुजरने वालों को केवल देवास सिक्स लेन का टोल टैक्स देना होता है। एनएचएआइ के अधिकारियों ने बताया कि बायपास से गुजरने वाले वाहनों के लिए टोल दरें बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। हालांकि अभी अधिकारी यह बता नहीं पा रहे हैं कि दरों में कितनी वृद्धि की जाएगी।

गौरतलब है एनएचएआइ ने 2021 में बायपास का रखरखाव और टोल टैक्स वसूली करने वाली इंदौर-देवास टोलवेज कंपनी का ठेका खत्म कर दिया था। तब से एनएचएआइ ने एक निजी कंपनी को टोल वसूली का ठेका देकर उसी को व्यवस्था सौंप दी हैं। अब सड़क का रखरखाव, साफ-सफाई, हरियाली, डिवाइडर और पुलों की रंगाई-पुताई, लाइट का मेंटेनेंस और स्टार्म वाटर लाइन संबंधी तमाम कार्य मुख्य रूप से एनएचएआइ ही करवा रही है।

बायपास प्लाजा पर कार चालकों से 60 रुपये और मांगलिया प्लाजा पर 20 रुपये टोल टैक्स की वसूली होती है। टोल प्लाजा के 20 किमी दायरे में रहने वाले लोगों को मंथली पास जारी किए जाते हैं। चार पहिया वाहनों के अलावा हलके व्यावसायिक वाहन, ट्रक-बस, भारी वाहन और ओवरसाइज्ड व्हीकल जैसी चार श्रेणियों से टोल टैक्स वसूला जाता है।

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