जबलपुर। दरवाजा खोलिए मैं क्राइम ब्रांच से हूं। आपने एसपी आफिस में जिस फ्राड की शिकायत की है, उसकी जांच के लिए मुझे बोला गया है। मामला बड़ा है इसमें कई लोगों को एक साथ उठाना पड़ेगा, इसलिए जवानों भी ज्यादा लगाना पड़ेंगे। उनके लिए 20 हजार रुपये खर्चा देना पड़ेगा।
यह कहना रहा
उस व्यक्ति का जो खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताते हुए जालसाजी के शिकार एक व्यक्ति
के घर पहुंचा था। इस व्यक्ति ने मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान अपने साथ ठगी किए जाने
की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके अगले ही दिन यानी बुधवार की सुबह संबंधित व्यक्ति उसके
घर आ धमका।
नर्मदा नगर
गोहलपुर में रहने वाले दिनेश कुमार चौधरी के साथ कुछ लोगों ने मिलकर जालसाजी की है।
इसकी शिकायत दिनेश ने मंगलवार 21 फरवरी को एसपी कार्यालय में की थी। लेकिन वो अगले
ही दिन क्राइम ब्रांच के अफसर की मौजूदगी अपने घर में पाकर हतप्रभ रह गया। इस अफसर
ने अपना नाम राजेंद्र तिवारी बताया था। दिनेश ने इस कथित अफसर को न तो पैसे दिए और
न ही कोई कागजात। इसी दौरान दिनेश के घर मेंं मौजूद उक्त व्यक्ति की छुपकर फोटो उतार
ली। कुछ देर में वह व्यक्ति दिनेश को अपना मोबाइल नंबर देकर रवाना हो गया। उसके रवाना
होते ही दिनेश सीधे क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गया। क्राइम ब्रांच में मौजूद अफसरों
ने उक्त व्यक्ति को पहचानने से भी इंकार कर उसे पुलिस में शिकायत देने के लिए कहा।
दिनेश इसके बाद फिर एसपी कार्यालय पहुंचा, जहां उसे डीएसपी तुषार सिंह मिले। उसने तुषार
सिंह को ही एसपी के नाम पर जनसुनवाई के दौरान शिकायत दी थी। तुषार सिंह की सलाह पर
दिनेश ने आरोपित की फोटो के साथ एसपी के नाम पुन: शिकायत दे दी।
संदिग्ध व्यक्ति ने दिनेश को अपना जो मोबाइल नंबर बताया था, वह घटना के बाद से ही अनुपलब्ध बताया जा रहा है। ट्रू-कालर में संदिग्ध का नंबर किसी बशरा लाला के नाम पर शो कर रहा है।
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