कटनी। कटनी पुलिस ने एक चिटफंड कंपनी पर शिकंजा कसते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि कुठला थाना क्षेत्र के पन्ना मोड़ के पास एएसईसी इन्वेस्टमेंट ग्रुप नाम से एक चिटफंड कंपनी 2022 के अक्टूबर माह से संचालित की जा रही थी। जो लोगों से एक मुश्त राशि लेकर उन्हें प्रतिदिन 2% का ब्याज के साथ पूरा पैसा 200 दिनों में वापस करने का लालच देकर फंसा रही थी।
आरोपी पैसे
लेने के बाद निवेशकों को किसी प्रकार का कोई कागजात नहीं दिया करते थे, बावजूद इसके
बड़ी संख्या में लोग ब्याज की लालच में आकर अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई फर्जी कम्पनी
पर जमा किया करते थे। हाल ही में जब आरोपी संचालक ने ब्याज के पैसे देना बंद किए तो
लोगों को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग कुठला थाने
पहुंचे और एएसईसी इन्वेस्टमेंट ग्रुप के नाम एफआईआर दर्ज कराई। जब पुलिस ने लोगों से
जमा पैसे के कागजात मांगे तो लोगों के पास पैसे देने का कोई सबूत नहीं था। मामले की
गंभीरता को देखते हुए कुठला टीआई अरविंद जैन ने मामले को एसपी से अवगत कराते हुए लिखित
शिकायत पर जांच शुरू की। इस दौरान पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित टीम ने ऑफिस से
लेकर संचालक के घर पर दबिश दी। जांत में पता चला की एएसईसी कंपनी के संचालक विश्वजीत
सिंह ने पन्ना मोड़ में अर्जुन दास पटेल के घर को किराए में लेकर ऑफिस खोला था। जहां
तलाशी करने पर पुलिस को कोई ठोस सबूत नहीं मिले, जिसके बाद पुलिस आरोपी के पुरैनी स्थित
मकान पर दबिश देने पहुंची, मौके से मिले कागजात जब्त करते हुए मुख्य आरोपी विश्वजीत
और सह आरोपी ओंकार, धर्मराज सिंह सहित अभिषेक तिवारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया।
एसपी सुनील जैन के मुताबिक पूरे
प्रकरण में अब तक 24 लोग सामने आ चुके हैं, जिसका 36 लाख चिटफंड कंपनी में फंसा हुआ
है। ये लोगों को 200 दिनों में चार गुना पैसा करने का लालच देते थे। मामले पर आरोपी
संचालक विश्वजीत सिंह और सह आरोपी ओंकार सिंह, धर्मराज सिंह सहित अभिषेक तिवारी के
विरुद्ध धारा 420, 34 भारतीय दण्ड विधान एवं धारा 61(1) मध्यप्रदेश निछपको के हितो
का संरक्षण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज करते हुए पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी
कर लिया है। वहीं, मुख्य आरोपी विश्वजीत सिंह और अभिषेक तिवारी की तलाश जारी है, जिन्हें
जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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