अनूपपुर। एक युवक ने पुलिस को दिए आवेदन में ये बात कही। इसके करीब दो महीने बाद फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। अब परिजन का आरोप है कि पुलिस समय से एक्शन ले लेती तो उनका बेटा ये आत्मघाती कदम नहीं उठाता। उसे पुलिस ने एक मामले में परेशान किया और उसके आवेदन पर एक्शन भी नहीं लिया। युवक अनूपपुर का रहने वाला था।
16 दिसंबर 2022 को प्रांजल चौधरी (20) ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) शहडोल को एक आवेदन पत्र दिया था। प्रांजल की बहन का आरोप है कि भाई ने पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर ये कदम उठाया है। पुलिस ने उसे छेड़छाड़ के झूठे मामले में फंसाकर उसके साथ मारपीट की। तभी से वो परेशान था। परिजनों का आरोप है कि इसके बाद भी पुलिस ने एक्शन नहीं लिया, जिससे परेशान होकर उसने जान दे दी।
प्रांजल ने
पुलिस को दिए आवेदन में क्या लिखा
मैं अनूपपुर
मुख्यालय के ग्राम सामतपुर वार्ड 6 का निवासी हूं। मेरे साथ 11 अक्टूबर 2022 को जातिगत
अपमान और मारपीट की घटना की गई। इस घटना की रिपोर्ट मैंने मेरी मां और बहन की ओर से
कार्रवाई किए जाने बाबत थाना प्रभारी सहित आपको, कमिश्नर और मुख्यमंत्री को की।
सभी जांच में
मैंने और गवाहों ने बायन दिए। आपके विभाग के जांच अधिकारियों ने मेरे परिवार पर यह
दबाव बनाना चाहा कि मैं अपने चोट के इलाज के लिए पंचानन तिवारी से रुपए ले लूं और समझौता
कर लूं। मेरे परिवार के बयान को कार्रवाई में नहीं लिया। आज तक कोई कार्रवाई नहीं की।
पंचानन तिवारी राह चलते मेरे और मेरे परिवार का अपमान कर रहा है।
पंचानन बोलता
है कि पुलिस मेरे जेब में है। मैंने एडिशनल एसपी को किसी के माध्यम से मैसेज कर लिया
था। अब कोई पुलिस अधिकारी मेरा कुछ बिगाड़ नहीं सकता। तुम्हारी किसी भी रिपोर्ट पर
कार्रवाई नहीं होगी। मेरे और मेरे परिवार का घर से निकलना और सामान्य जीवन समाज में
जीना मुश्किल कर दिया।
मैं अपने परिवार
की बेइज्जती से परेशान हो गया हूं। मेरे परिवार को रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं हो रही।
मेरा परिवार इतनी जिल्लत भरी जिंदगी को नहीं जी पा रहा है। ऐसी स्थिति में कार्रवाई
नहीं होने पर मेरे और मेरे परिवार के सामने आत्महत्या कर लेने के अलावा कोई रास्ता
नहीं है।
4 महीने पहले
प्रांजल पर दर्ज हुआ था केस
अनूपपुर के
वार्ड 6 में रहने वाले प्रांजल चौधरी ने कोतवाली अनूपपुर, अजाक थाना, पुलिस अधीक्षक
सहित अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक से लिखित शिकायत की थी। इसमें उसने बताया था कि 11 अक्टूबर
2022 को तहसील अनूपपुर से घर जाते समय स्मार्ट सिटी के पास पंचानन तिवारी, पियूष तिवारी,
शिवाशु सोनी सहित अन्य दो लोगों ने बाइक रोककर मुझसे मारपीट कर दी। इसके बाद से मैं
अपने आप को अपमानित महसूस कर रहा था। मैंने झूठे मामले में फंसाने और मारपीट करने वालों
के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इधर, प्रांजल के सुसाइड की खबर लगते ही आरोपी पंचानन
परिवार सहित फरार हो गया है।
पुलिस कर रही
जांच- पुलिस अधीक्षक
इस मामले में पुलिस अधीक्षक जितेंद्र
सिंह पवार ने कहा कि युवक के खिलाफ छेड़छाड़ और पॉस्को एक्ट में शिकायत दर्ज हुई थी।
उसी रात में युवक की तरफ से मारपीट और गाली-गलौज की भी शिकायत की थी। जिस पर जांच की
जा रही थी। अब मर्ग होने के बाद इसकी भी जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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