इंदौर। इंदौर के लसूड़िया इलाके में किराये से रहने वाले एक इलेक्ट्रीशियन ने फांसी लगाकर जान दे दी। बताया जाता है कि पैसों की दिक्कत के चलते उसने अपनी बाइक भी गिरवी रख दी थी। सोमवार दोपहर वह भाई को होटल छोड़कर आया और कमरे पर फांसी लगा ली। शाम को दोस्त कमरे पर पहुंचा तो उसने शव को नीचे उतारा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक
घटना लसूड़िया इलाके की स्कीम नंबर 78 की है। यहां रहने वाले गौरव (23) पुत्र अरूण गुर्जर
ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। दोस्त नवीन ने बताया कि वह निजी कंपनी में नौकरी करता
था। दोपहर में गौरव का कॉल आया था। उसने रेपिडो एप के बारे में जानकारी ली थी। जिसके
बाद शाम को घर पहुंचा तो कमरे का दरवाजा हल्का सा खुला हुआ था।
अंदर जाकर देखा
तो दूसरे कमरे में गौरव फंदे पर झूल रहा था। वह डर गया ओर किचन ने चाकू लेकर आया और
चाकू से फंदा काटकर गौरव को नीचे उतारा। बाद में पानी के छींटे डाले लेकिन गौरव ने
रिस्पांस नहीं दिया। तब नवीन ने गौरव के भाई सौरभ को कॉल कर बुलाया। दोनों उसे एमवाय
लेकर गए। यहां डॉक्टरो ने गौरव को मृत घोषित कर दिया।
दीपावली के बाद चली गई थी नौकरी
गौरव करीब डेढ़ साल से निजी कंपनी में इलेक्ट्रीशियन का काम करता था। दीपावली के समय उसकी तबीयत बिगड़ गई। बाद में वह हरदा अपने माता पिता के पास चला गया। दीपावली के बाद वापस आया तो कंपनी ने उसे नौकरी से निकाल दिया था। जिसके बाद वह तनाव में चले गया था। उसने रुपए की कमी के चलते अपनी बाइक भी गिरवी रख दी थी। भाई की सौरभ की बाइक से वह अपना काम कर रहा था। गौरव के पिता पेशे से किसान हैं वही भाई सौरभ एसी टेक्नीशियन का काम करता है।
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