बेटी की शादी और पिता की तेरहवीं की उधारी चुकाने  के लिए की थी वारदात

बाणगंगा पुलिस ने 48 घण्टे में सुलझाई सुरक्षा गार्ड के अंधे कत्ल की गुत्थी

एलएनसीटी कॉलेज ग्राम रेवती में सुरक्षा गार्ड तिलक सिंह नरवरिया का रक्तरंजित शव मिला था। पुलिस ने जांच पर पाया कि एलएनसीटी कॉलेज बिल्डिंग में नाईट गार्ड तिलकसिंह पिता भूपसिंह नरवरिया (64) निवासी ग्राम रेवती की किसी ने हत्या कर दी है। 

आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर (शहर) मनीष कपूरिया एवं पुलिस अधीक्षक इन्दौर (पूर्व) आशुतोष बागरी ने अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने के लिए निर्देश दिए। इसके चलते अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व झोन-3 जयवीर सिंह भदौरिया एवं नगर पुलिस अधीक्षक परदेशीपुरा  निहित उपाध्याय के मार्गदर्शन में थाना बाणगंगा प्रभारी निरीक्षक राजेन्द्र सोनी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। आरोपी पर 10 हजार के इनाम की घोषणा भी की। 

            थाना बाणगंगा पुलिस टीम ने एलएनसीटी कॉलेज के अन्य सुरक्षा गार्ड्स से पूछताछ की गई एवं मृतक तिलक सिंह के व्यक्तिगत जीवन के बारे मे जानकारी जुटाई। पता चला कि तिलक सिंह को एटीएम से पैसे निकालने नहीं आते थे और उसके नजदीकी सुरक्षा गार्ड भागीरथ पटेल एवं संतोष रघुवंशी दोनों उसे एटीएम से पैसा निकाल कर देते थे। तिलकसिंह के बैंक खाते की जानकारी निकालने पर पता चला कि उसकी मौत होने के बाद भी पीएनबी बैंक के एटीएम से 10 नवंबर को अरविंदो गेट एसबीआई से 25,000 रुपये एवं दिनांक 11 नवंबर को गोम्मटगिरी टाटा इंडीकेश एटीएम से 4,000 रुपये एवं मंगल पाण्डे गेट एसबीआई एटीएम से 20,000 रुपए निकाले गए हैं।रुपये निकाले गये है ।  

           पुलिस ने पीएनबी बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय एवं एसबीआई बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से उक्त एटीएम ट्रांजेक्शन की डिटेल्स निकाली एवं तीनों एटीएम सेंटर की लोकेशन डिकोड कराई जाकर उक्त एटीएम सेंटर के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को चेक किया। इसमें मृतक तिलक सिंह का साथी भागीरथ पटेल ही उक्त तीनों एटीएम से पैसा निकालते हुए दिखाई दिया। उक्त आधार पर संदिग्ध भागीरथ पटेल को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई, जिसने तिलकसिंह नरवरिया की हत्या करना कबूल किया।

  आरोपी भागीरथ पिता खिलान पटेल ने बताया कि उसने इसी साल अप्रैल में अपनी बेटी की शादी के लिए 90,000 रुपये उधार लिये और इसी साल मई में उसके पिता की मृत्यु होने पर तेरहवीं के कार्यक्रम के लिए 35,000 रुपये भी उधार लिये थे। उसने उधारी चुकाने के लिये अपनी बाइक 50 हजार रुपए में बेचकर उधारी चुका दी, शेष उधारी भी चुकाना थी। उसे पता था कि तिलक सिंह के बैंक खाते में करीबन 85,000 रुपये जमा है। तिलकसिंह के बैंक खाते से उक्त रकम निकालने के लिये उसने तिलकसिंह की हत्या की और इसके बाद कुल 49,000 रुपये निकाल लिये। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने 45,000 रुपये एवं मृतक का एटीएम कार्ड बरामद किया है।


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