इंदौर के गैंगस्टर सलमान लाला की सोशल मीडिया पर 70 से ज्यादा फर्जी आईडी सक्रिय हैं। यह खुलासा उसके चाचा जावेद ने उसकी मौत के बाद किया था। जावेद का कहना था कि लोगों ने ही सलमान को गैंगस्टर बना दिया। सोशल मीडिया पर उसकी बड़ी फैन फॉलोइंग थी। मौत के बाद कई लोगों ने भड़काऊ पोस्ट और वीडियो डाले। अब क्राइम ब्रांच ने 35 फर्जी आईडी की पहचान कर कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं साइबर टीम इन अकाउंट्स को हटवाने का काम कर रही है।
केस दर्ज करने की तैयारी
एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि इस मामले में कुछ सोशल मीडिया अकाउंट चलाने वालों पर एफआईआर की तैयारी की जा रही है। 35 आईटी लिस्ट की गई हैं जो लगातार भड़काऊ पोस्ट डाल रही हैं। इन पर केस दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है। इन पर इंदौर बंद और धार्मिक माहौल बिगाड़ने जैसे पोस्ट डालने के आरोप हैं। हालांकि कई अकाउंट्स से आपत्तिजनक सामग्री हटवा दी गई है, लेकिन पहचान पूरी होने में समय लग सकता है। अधिकारियों ने साफ किया कि सलमान को हीरो बताने वाली युवतियों और उसके प्रचार में शामिल युवकों पर भी कार्रवाई तय है।
फरारी के दौरान मौत
क्राइम ब्रांच अधिकारियों के अनुसार, सलमान लाला एमडी ड्रग केस में फरार था। सूचना मिली थी कि वह जमानत के बाद अपने भाई को लेने स्कॉर्पियो से सागर पहुंचा है। क्राइम ब्रांच टीम जेल से ही उसके पीछे लगी थी। 30 अगस्त की रात करीब 2 बजे इंदौर-सीहोर हाईवे पर एक तालाब के पास उसने गाड़ी रोकी। तभी पुलिस उसे पकड़ने उतरी, लेकिन सलमान ने अंधेरे में छलांग लगा दी। पुलिस को लगा कि वह भाग गया, लेकिन दो दिन बाद 31 अगस्त को उसका शव तालाब से बरामद हुआ।
दुर्लभ कश्यप जैसा नेटवर्क
सलमान लाला ने उज्जैन के कुख्यात बदमाश दुर्लभ कश्यप की तरह सोशल मीडिया नेटवर्क खड़ा कर रखा था। उसके परिचित युवक-युवतियां करीब दो दर्जन फर्जी आईडी चलाते थे। इनमें सलमान को गैंगस्टर बताने और पुलिस कस्टडी के वीडियो शेयर किए जाते थे। क्राइम ब्रांच ने दो साल पहले भी ऐसी कार्रवाई की थी और उसके साथियों को पकड़कर कई फर्जी आईडी डिलीट कराई थीं।
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