शिमला. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से खासा नुकसान हुआ है. आपदा प्रबंधन ने बीते 13 घंटे में हुए नुकसान की रिपोर्ट जारी की है. इसमें 4 लोगों की मौत हुई है, जबकि 16 लोग लापता हैं और 277 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है. राज्य आपदा प्रबंधन ने बताया कि चंबा में 3, मंडी में 233 और हमीपुर में 51 लोगों को बचाया गया है. वहीं, फ्लैश फ्लड और लैंडस्लाइड में 10 घर, 12 गोशालाएं जमींदोज हो गई हैं. मंडी जिले के अलावा, चंबा, हमीरपुर और किन्नौर में लोगों को रेस्क्यू किया गया है.
हमीरपुर दौरे पर गए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया है कि बीती रात मंडी जिले में आठ स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं हुई हैं, जिससे प्रदेश को अब तक लगभग 500 करोड़ रुपये का प्रारंभिक नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि ब्यास नदी उफान पर है, और नादौन में नदी किनारे एक महिला का शव बरामद हुआ है. राज्य के विभिन्न हिस्सों से लगातार नुकसान की सूचनाएं मिल रही हैं, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि नुकसान का आंकड़ा और बढ़ सकता है. हालांकि, आपदा प्रबंधन ने अब तक 129 करोड़ रुपये के नुकसान की जानकारी दी है. अब तक प्रदेश में मॉनसून के 11 दिनों में 50 के करीब लोगों की मौत हुई, इसमें सड़क हादसे भी शामिल हैं.
मुख्यमंत्री मंगलवार को अपने गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन में सहायक लोक अभियोजक के नव-निर्मित भवन के लोकार्पण के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि नदी-नालों के किनारे न जाएं और कम से कम 500 मीटर की दूरी बनाए रखें. उन्होंने बताया कि भूस्खलन से एक परिवार प्रभावित हुआ है, जिसमें कुछ लोगों को रेस्क्यू भी किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए अलर्ट जारी किया है. उन्होंने पर्यटकों से अनुरोध किया कि वे शहरी क्षेत्रों में ही रहें और नदी-नालों या दुर्गम पहाड़ी इलाकों की ओर न जाएं, क्योंकि इन क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं.
Post a Comment