एक अप्रैल से इंदौर के कुछ इलाकों की प्राॅपर्टी गाइडलाइन बढ़ाने की तैयारी कर ली गई है। गाइडलाइन बढ़ाने का प्रस्ताव अक्टूबर माह में भी भेजा गया था, लेकिन प्रस्ताव को हरी झंडी नहीं मिली। अब पंजीयन विभाग ने सालभर में हुए सौदों का आकलन करते हुए उन इलाकों को चुना है, जहां गाइडलाइन तीन से लेकर दस प्रतिशत तक बढ़ेगी। इसके अलावा डेढ़ सौ से ज्यादा नए इलाके भी कलेक्टर गाइडलाइन के दायरे में आएंगे। इनमें ज्यादातर इलाके बाइपास और शहरी सीमा से सटे हुए हैं, जो नगर निगम सीमा में शामिल हो चुके हैं। नई काॅलोनियों और टाउनशिपों में दो साल पहले नगर निगम ने भी संपत्तिकर बढ़ाया था।
मूल्याकंन समिति की बैठक में डेढ़ हजार से ज्यादा लोकेशन की गाइडलाइन बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी पहले ही दे चुकी है। अब उस प्रस्ताव को समिति सरकार के पास फिर से भेजेगी। इन इलाकों में दस से लेकर तीस प्रतिशत तक प्राॅपर्टी की गाइड लाइन में इजाफा होगा। यह बढ़ोतरी उन क्षेत्रों में होगी, जहां सालभर में सबसे ज्यादा रजिस्ट्री हुई और वर्तमान कलेक्टर गाइडलाइन से ज्यादा कीमत पर सौदे हुए।
गाइड लाइन से दो से तीन गुना कीमतों पर हुए सौदे
बीते साल इंदौर में तय गाइडलाइन से दो से तीन गुना कीमतों पर जमीनों के सौदे हुए है। सालभर में हुई खरीदी बिक्री के सौदों का आंकलन करते हुए उन क्षेत्रों में ही गाइडलाइन बढाने पर अफसरों ने फोकस किया है। इसके अलावा इंदौर शहर से जुड़े ग्रामीण क्षेत्रों में नई काॅलोनियां विकसित हो रही हैं। उनके पंजीयन के लिए भी पंजीयन कार्यालय के पास प्रस्ताव आए हैं। अभी 4000 से ज्यादा लोकेशन पर पंजीयन हो रहे हैं। नई गाइडलाइन आने के बाद 5500 से ज्यादा लोकेशन के लिए पंजीयन कार्यालय में दस्तावेज के पंजीयन हो सकेंगे।
सांवेर रोड और खंडवा रोड पर ज्यादा सौदे
इंदौर में बीते साल सांवेर-उज्जैन रोड, खंडवा रोड, सुपर काॅरिडोर, पालाखेड़ी, एरोड्रम रोड की तरफ ज्यादा जमीनों के सौदे हुए हैं। इन क्षेत्रों में नई टाउनशिपों का निर्माण भी हुआ है। इंदौर-खंडवा और इंदौर उज्जैन मार्ग को छह लेन किया जा रहा है। इस कारण यहां जमीनों के भाव में तेजी नजर आ रही है। इन इलाकों में 10 प्रतिशत तक गाइडलाइन बढ़ सकती है। दो माह में पंजीयन विभाग में सबसे ज्यादा रजिस्ट्रियां होती हैं। एक अप्रैल को गाइड लाइन बढ़ने के संकेत के कारण अभी पंजीयन कराने में लोग ज्यादा रुचि ले रहे हैं।
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