उज्जैन के इंजीनियरिंग महाविद्यालय परिसर में दो दिवसीय रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन हुआ। कॉन्क्लेव में अमेरिका, यूके, कनाडा, जर्मनी, इजरायल, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, जाम्बिया और मलेशिया समेत अन्य देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। कॉन्क्लेव में करीब 4000 प्रतिनिधि शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 20 से अधिक प्रमुख औद्योगिक समूहों के पदाधिकारियों से वन-टू-वन चर्चा की। इस दौरान लगभग 17,000 करोड़ के निवेश प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
लगभग 880 इकाइयों ने विभिन्न क्षेत्रों में एक लाख करोड़ से अधिक निवेश करने के लिए इन्टेन्शन-टू-इन्वेस्ट प्रदर्शित किया गया। कॉन्क्लेव में 63 इकाइयों का वर्चुअल शुभारंभ किया गया। इसके लिए प्रदेश के 21 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन इकाइयों से प्रदेश में 10 हजार 064 करोड़ रुपये का निवेश आया है, जो 17 हजार से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कॉन्क्लेव में 283 बड़ी और एमएसएमई इकाइयों को 12 हजार 170 करोड़ रुपये से अधिक निवेश के लिए भूमि आवंटन आदेश भी प्रदान किए। प्रदेश में पहली बार मंच से ही इतनी बड़ी संख्या में औद्योगिक इकाइयों को जमीन आवंटन के आदेश प्राप्त हुए हैं। कॉन्क्लेव के माध्यम से सबसे बड़ा निवेश अदाणी समूह की ओर से आया है, जो प्रदेश में 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में भी पेप्सिकों समूह भी 1,250 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है, जिससे 500 लोगों को रोजगार मिलेगा।
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