इंदौर। कोहरे से लिपटी सुबह… शहर की सडक़ों पर पश्चिमी क्षेत्र के लिए दौड़ती गाडिय़ां… लाखों भक्त और हाथों में लहराती केसरिया पताकाओं के साथ बाबा रणजीत का जयकारा… पश्चिमी क्षेत्र के लोगों की सुबह आज बाबा रणजीत  के जयघोष को सुनकर हुई। शहर के हर इलाकों से युवा, बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे प्रभातफेरी में शामिल होने पहुंचे। मौका था श्री रणजीत हनुमान मंदिर  से हर साल रणजीत अष्टमी पर निकलने वाली प्रभातफेरी का, जो हर साल और बड़ा स्वरूप धारण करती जा रही है।

1 जनवरी से शुरू रणजीत अष्टमी के उत्सव का समापन प्रभातफेरी के साथ होता है। आज भी इसमें शामिल होने के लिए बाबा के भक्त देर रात और अलसुबह से ही श्री रणजीत हनुमान मंदिर के प्रांगण में जुटने लगे थे। चार किलोमीटर से भी लंबी इस प्रभातफेरी में इस साल भी लाखों भक्त शामिल हुए और जुड़ते ही चले गए। रथ पर सवार होकर निकले बाबा रणजीत पर भक्तों ने फूलों की बारिश की और अपने हाथों से रथ को खींचा। हर भक्त इस पल को अपने जेहन और कैमरों में कैद कर लेना चाहता था। 



प्रभातफेरी में भजन मंडलियां भजन गाते हुए चली तो भक्त मंडल के सदस्य पताकाएं थामे व्यवस्था बनाए हुए चले। इस साल 11 हजार ध्वजाएं पहले दिन मुख्य ध्वजा पूजन वाले दिन पूजी गई थीं, जिसे भक्त मंडल के सदस्यों ने अपने हाथों में थामा। ये रणजीत हनुमान मंदिर की प्रभातफेरी का 138वां साल है। मंदिर से शुरू हुई प्रभातफेरी महूनाका, अन्नपूर्णा रोड, नरेंद्र तिवारी मार्ग, फूटी कोठी चौराहा होते हुए फिर मंदिर प्रांगण में लौटेगी। इस दौरान भक्तों ने प्रभातफेरी का कई जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। जगह-जगह मंच भी लगे और शहर के कई नेता भी बाबा रणजीत की प्रभातफेरी में शामिल होने और आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे।

मंदिर से महूनाका तक सजावट

रणजीत अष्टमी उत्सव के लिए मंदिर से लेकर महूनाका तक भगवा पताकाओं से सजावट की गई। उज्जैन महाकाल से आई भजन मंडलियों के अलावा शहर की भजन मंडलियों ने पूरे मार्ग पर भजन गायन किया तो रामभक्त हनुमान का रूप धरे अमृतसर से आए एक शख्स ने भी पूरी प्रभातफेरी में भक्तों के साथ भ्रमण किया।


पुलिस, यातायात और भक्त मंडल ने सम्हाली व्यवस्था

अलसुबह से प्रभातफेरी के लिए कई थानों का पुलिस बल और यातायात के जवानों के साथ ही एक सी वेशभूषा में शामिल भक्त मंडल ने भी व्यवस्था सम्हाली। हालांकि, लाखों लोगों की भीड़ के कारण जरूर थोड़ी परेशानी उठाना पड़ी, लेकिन बाबा के भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ। उल्लेखनीय है कि बाबा रणजीत की इस प्रभातफेरी का भक्तों को सालभर इंतजार रहता है। इस साल रथ के साथ अयोध्या राम मंदिर की प्रतिकृति भी भक्तों में आकर्षण का केंद्र रही। प्रभातफेरी के बाद ये प्रतिकृति मंदिर में भक्तों को देखने के लिए 22 जनवरी तक रखी जाएगी।


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