ग्वालियर | ग्वालियर पुलिस ने लूट की घटना का 24 घण्टे के अन्दर पर्दाफाश कर दिया है. इस घटना में लूट का फरियादी ही असली मुज़रिम निकला. फरियादी ने अपने चाचा को फंसाने के लिये षडयंत्र रचा था. पुलिस ने महज़ 12 घंटे के अंदर लूट की इस कहानी का पर्दा फ़ाश कर आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक लाख 80 हजार रुपए की रकम भी बरामद कर ली है.
करहिया रोड भितरवार में रहने वाले भगवानलाल मोदी ने 5 दिसम्बर को डबरा देहात थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके साथ लूट हो गयी. वो 4 दिसम्बर को डबरा मंडी से 1 लाख 80 हज़ार रूपये की धान बेचकर लौट रहा था. तभी रास्ते में कुछ अनजान लड़कों ने उनके पैसे लूट लिए.
ऐसे गढ़ी कहानी
भगवान लाल ने अपनी कहानी कुछ इस तरह बतायी थी. वो शाम को जब ट्रैक्टर ट्रॉली से अपने साथी मिथुन के साथ गांव जा रहा था तभी महाकाल फैक्ट्री के सामने सड़क किनारे एक लड़का लेटा हुआ था. तीन लड़के खड़े थे, पास में दो मोटर साइकिल खड़ी थीं. एक लड़के ने हाथ का इशारा देकर भगवान लाल के ट्रेक्टर को रोका. भगवान लाल ने ट्रैक्टर रोककर नीचे उतर कर पूछा क्या बात है. उसी दौरान एक व्यक्ति ने भगवानलाल के पेट में कट्टा अड़ा दिया और दूसरे ने जेब में रखे 1 लाख 80 हज़ार रुपये छीन लिए. रुपये छीनने के बाद चारों अपनी-अपनी मोटर साइकल से डबरा की तरफ भाग गये.
टूट गए फरियादी
फरियादी की रिपोर्ट पर थाना डबरा देहात में केस कायम कर जांच शुरू हुई. घटना स्थल के आसपास और रोड पर लगे सीसीटीव्ही फुटेज चेक किए गए. पुलिस टीम ने आसपास के लोगों से भी चर्चा की तो लूट की घटना संदिग्ध लग रही थी. पुलिस ने फरियादी भगवानलाल और उसके साथ मिथुन जाटव से अलग अलग पूछताछ की. दोनों ने लूट की घटना की कहानी अलग अलग तरीके से बयां की.
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