पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के सामने नए चैलेंज हैं। बीजेपी को जहां तीन राज्यों- राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ के सीएम चुनने हैं तो वहीं कांग्रेस को तेलंगाना का सीएम चुनने के साथ-साथ एमपी-राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मिली हार पर मंथन करना है। कांग्रेस जिन दो राज्यों- एमपी और छत्तीसगढ़ में जीत के लिए बेहद कॉन्फिडेंट थी, वहां भी उसे हार का सामना करना पड़ा है। आइए जानते हैं बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों में चुनाव परिणाम के बाद क्या चल रहा है।

राजस्थान में वसुंधरा दिखा रही ताकत, कांग्रेस ने बुलाई मीटिंग

राजस्थान चुनाव परिणाम के बाद से ही वसुंधरा राजे लगातार बीजेपी विधायकों से मिल रही हैं। कहा जा रहा है कि वसुंधरा करीब 68 विधायकों से मिल चुकी हैं। सियासी जानकारों के वसुंधरा राजे सीएम पद के लिए अपना दावा मजबूत कर रही हैं। राजस्थान में बीजेपी ने इस बार उन्हें सीएम फेस घोषित नहीं किया था। दिल्ली में बीजेपी आलाकमान वसुंधरा के अलावा दीया कुमारी, गजेंद्र शेखावत, बाबा बालकनाथ सहित कई नामों पर विचार कर रहा है।

बात अगर कांग्रेस की करें तो आज RPCC अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने नए विधायकों की आज मीटिंग बुलाई हुई है। इस मीटिंग में राजस्थान कांग्रेस के भविष्य को लेकर अगली रणनीति क्या होगी, इस पर सभी की निगाहें होंगी। CLP मीटिंग में शिरकत करने पहुंचे कांग्रेस विधायक अशोक चन्ना ने कहा कि कांग्रेस 10 से 15 सीटें 500 से 1000 के अंतर से हार घई। कांग्रेस को इतनी सीटें मिलने का मतलब है कि हमारी योजनाएं अच्छी थीं। पार्टी ने युवाओं को मौका दिया, वह जीतकर आए हैं।

मध्य प्रदेश में फिर शिवराज? कमलनाथ के इस्तीफे की भी सुगबुगाहट

मध्य प्रदेश का अगला सीएम कौन होगा, इस पर चर्चा बेहद तेज है। बीजेपी ने शिवराज को सीएम फेस घोषित नहीं किया था लेकिन उनके नेतृत्व में पार्टी ने प्रचंड बहुमत हासिल किया। अब बीजेपी के लिए उन्हें साइडलाइन करना आसान नहीं होगा। दूसरी तरफ कैलाश विजयवर्गीय और तमाम नेताओं भले ही सीएम कुर्सी का फैसला आलाकमान पर छोड़ने की बात कर रहे हों लेकिन इससे जुड़े सवाल पर उनके चेहरे की चमक कुछ और ही इशारा करती है।

कांग्रेस के खेमे में सुगबुगाहट है चल रही है कि कमलनाथ MPCC अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं। कहा जा रहा है कि उनसे खुद पार्टी आलाकमान ने इस्तीफा देने के लिए कहा है। न्यूज एजेंसी PTI द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, वह खड़गे से मुलाकाते के बाद इस्तीफा दे सकते हैं। कमलनाथ अभी भी कांग्रेस की हार पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को मीटिंग से पहले मीडिया से बातचीत में कहा कि हम अपने सभी प्रत्याशियों से बात कर रहे हैं और रिजल्ट एनालाइज कर रहे हैं। कुछ विधायकों ने उनसे मुलाकात की है। एक ने उन्हें बताया कि उसे अपने खुद के गांव में सिर्फ 50 वोट मिले हैं। क्या यह संभव है।

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