ईपीएफओ से सितंबर महीने में 17.2 लाख सदस्य जुड़े

नई दिल्ली | कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने सितंबर महीने में 17.21 लाख सदस्य जोड़े हैं। पेरोल डेटा के अनुसार पिछले महीने की तुलना में ईपीएफओ से जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या में 21,475 की वृद्धि हुई। सालाना आधार में पेरोल डेटा में 38,262 सदस्यों का इजाफा हुआ है। 

आंकड़ों से संकेत मिलता है कि सितंबर 2023 के दौरान लगभग 8.92 लाख नए सदस्यों ने पंजीकरण कराया है। इनमें 18-25 वर्ष के आयु वर्ग के सदस्यों की हिस्सेदारी उक्त महीने के दौरान जोड़े गए कुल नए सदस्यों का 58.92 प्रतिशत है। श्रम और रोजगार मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार आंकड़े दर्शाते हैं कि देश के संगठित क्षेत्र के कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकांश सदस्य युवा हैं, जिनमें ज्यादातर पहली बार नौकरी कर रहे हैं।

इसके अलावा, पेरोल डेटा से पता चलता है कि लगभग 11.93 लाख सदस्य बाहर निकलने के बाद ईपीएफओ में फिर से शामिल हो गए। इसका मतलब है कि इन सदस्यों ने अपनी नौकरी बदल दी और ईपीएफओ के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए। इन सदस्यों ने अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने के बजाय अपने संचय को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना, इस प्रकार उन्होंने अपनी सामाजिक सुरक्षा का विस्तार करने का विकल्प चुना।

पिछले महीने की तुलना में, सितंबर के महीने में 3.64 लाख निकासी के साथ निकासी की संख्या में 12.17 प्रतिशत की कमी आई है। आंकड़ों में यह भी कहा गया है कि ईपीएफओ से बाहर निकलने वाले सदस्यों की संख्या में जून 2023 से कमी आ रही है। पेरोल डेटा के लिंग-वार विश्लेषण से पता चलता है कि महीने के दौरान जोड़े गए कुल 8.92 लाख नए सदस्यों में से लगभग 2.26 लाख नई महिला सदस्य हैं, जो पहली बार ईपीएफओ में शामिल हुई हैं। इसके अलावा, महीने के दौरान शुद्ध महिला सदस्यों की संख्या लगभग 3.30 लाख थी। पेरोल डेटा के राज्यवार विश्लेषण से पता चलता है कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात और हरियाणा में शुद्ध सदस्य वृद्धि सबसे अधिक है।


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